नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
बीजेपी रुक्न पार्लियामेंट हरिनाथ सिंह यादव ने राज्य सभा में वक़्फ बोर्ड को लेकर कुछ अहम एतराजात रखे हैं। उन्होंने इल्जाम आइद किया है कि वक़्फ बोर्ड ने मुल्क में कई मुकामात पर ऐसी अराजी को अपने कब्जे में ले लिया है जो कि मुबय्यना (कथित) तौर पर सरकारी मिल्कियत हैं।
इस इल्जाम के साथ-साथ हरिनाथ सिंह ने राज्य सभा में मुतालिबा किया है कि वक़्फ एक्ट 1995 में तबदीली बहुत जरूरी है। बीजेपी रुक्न पार्लियामेंट हरिनाथ सिंह का कहना है कि वक़्फ बोर्ड अगर किसी मिल्कियत पर कब्जा कर ले तो उसको किसी अदालत में चैलेंज पेश नहीं किया जा सकता। ऐसी कई मिसालें हैं जब मुल्क में कई जगहों पर वक़्फ बोर्ड ने कबजा कर लिया है । वो मजीद कहते हैं कि वक़्फ ने तमिलनाडू के एक गांव में हिंदू मंदिरों पर भी अपना कब्जा बता दिया है। ये संगीन मुआमला है, लिहाजा वक़्फ एक्ट में तरमीम की जानी चाहिए। काबिल-ए-जिÞक्र है कि वक़्फ बोर्ड पर मिल्कियतों पर कब्जा करने का इल्जाम बीजेपी हुक्मराँ रियास्तों में ज्यादा देखने को मिल रहे हैं।
हाल ही में एक मुआमला तमिलनाडू में भी सामने आया है कि जहां कहा जा रहा है कि वक़्फ बोर्ड ने तरीची जिÞला के तरोचेंथोरई गावं में अपना कब्जा कर लिया है। इस गांव में 95 फीसद आबादी हिन्दुओं की है और यहां एक कदीम मंदिर भी है जो तकरीबन 1500 साल कदीम (पुराना) बताया जाता है। इल्जाम है कि इस मंदिर पर भी वक़्फ ने अपना दावा किया है। इस बात पर हंगामा तब शुरू हुआ जब गांव में रहने वाले राज गोपाल नामी शख़्स ने अपनी जमीन को फरोखत करने का फैसला किया। वक़्फ बोर्ड की मिल्कियत को लेकर तनाजआत (विवाद) गुजिश्ता कुछ माह में ज्यादा देखने को मिले हैं। यूपी में योगी हुकूमत ने तो वक़्फ बोर्ड की मिल्कियतों की जांच कराने का भी हुक्म सादर किया हुआ है। अकल्लीयती फलाह महकमा ने सभी अजला (जिलों) के कमिशनर और जिÞला मजिस्ट्रेटस को जांच की हिदायत दी है।