
गुजिश्ता दिन मिनीमम दर्जा हरारत 1.5 डिग्री सेल्सियस रहा।
सबसे ठंडी जगहों डलहौजी, धर्मशाला, शिमला, देहरादून, मसूरी और नैनीताल से भी ज्यादा ठंड पड़ रही

नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
दिल्ली में गुजिश्ता दिन मिनीमम दर्जा हरारत 1.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया और ये सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। महकमा-ए-मौसीमीयत के मुताबिक आने वाले दिनों में भी राजधानी में सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
पहाड़ों पर मुसलसल बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ नजर आ रहा है। दार-उल-हकूमत दिल्ली समेत पूरे शुमाल मगरिबी हिन्दोस्तान में सर्दी की लहर जारी है। दिल्ली में सर्दी मुसलसल नए रिकार्ड बना रही है। हफ़्ते की सुबह जब लोग घरों से निकले तो हड्डियों को जमा देने वाली सर्दी महसूस की गई। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में सर्दी ने 2014 का रिकार्ड तोड़ दिया है। सनीचर की वजह से सड़क पर ट्रैफिक कम नजर आया और कई मुकामात पर लोग अलाव जला कर सर्दी से खुद को बचाते नजर आए। सफदरजंग आॅब्जर्वेटरी, दिल्ली के अहम मौसमियाती स्टेशन ने जुमा को कम से कम दर्जा हरारत चार डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया था, जो कई पहाड़ी डलहौजी (8.7 डिग्री सेल्सियस), धर्मशाला (5.4 डिग्री सेल्सियस), शिमला (612 डिग्री सेल्सियस), देहरादून (4.4 डिग्री सेल्सियस), मसूरी (6.4 डिग्री सेल्सियस) और नैनीताल (6.5 डिग्री सेल्सियस) से भी कम था।
महकमा-ए-मौसीमीयत के मुताबिक आने वाले दिनों में भी दार-उल-हकूमत में सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है और रियास्तों में अगले 4.5 दिनों तक ऐसे ही हालात बरकरार रहेंगे। आईएमडी के मुताबिक पंजाब से लेकर बिहार, हरियाणा, दिल्ली और उतर प्रदेश तक कई इलाकों में घनी धुंद छाई रहेगी। इसके अलावा महकमा-ए-मौसीमीयत ने तेलंगाना, आंध्रा प्रदेश और अंडमान-ओ-निकोबार जजाइर में हल्की बारिश का इमकान जाहिर किया है। इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश में भी भारी बर्फ़बारी हो सकती है।
कानपुर में सर्दी का कहर, एक ही दिन में हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक से 25 की मौत
दिल्ली, एनसीआर, उतर प्रदेश, बिहार समेत पूरे शुमाली हिंद में जबरदस्त सर्दी पड़ रही है। यूपी में ठंड से मौतों का सिलसिला भी जारी है। कानपूर में जुमेरात को हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से 25 लोगों की मौत हो गई। उनमें से 17 लोगों की तिब्बी मदद मिलने से पहले ही मौत हो गई। डाक्टरों के मुताबिक ठंड में ब्लड पे्रशर का अचानक बढ़ जाना और खून का थक्का जमना हार्ट-अटैक और ब्रेन स्ट्रोक की वजह बन रहा है।
कॉर्डियोलोजी इंस्टीटियूट के कंट्रोल रुम के मुताबिक जुमेरात को एमरजेंसी और ओपीडी में 723 दिल के मरीज आए। उनमें से 41 मरीजों की हालत संगीन थी, जिन्हें दाखिल अस्पताल किया गया। संगीन हालत में अस्पताल में ईलाज करा रहे दिल के सात मरीजों की ठंड के सबब मौत हो गई। इसके इलावा 15 मरीजों को मुर्दा हालत में एमरजेंसी में लाया गया था। कॉर्डियोलोजी के डायरेक्टर प्रोफेसर कृष्ण ने कहा कि इस मौसम में मरीजों को ठंड से बचाना चाहिए। लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडीकल यूनीवर्सिटी (केजीएमयू) के एक फेकल्टी रुक्न ने कहा कि इस ठंड में दिल के दौरे सिर्फ़ बुजुर्गों तक ही महदूद नहीं हैं बल्कि नौजवानों को भी दिल का दौरा पड़ने की शिकायत आ रही है। लखनऊ मौसमियाती साईंस सेंटर के मुताबिक उत्तराखंड के कुछ इलाकों में बर्फबारी के बाद वहां से चल रही बफीर्ली हवाओं ने मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ा दी है। हालाँकि जुमा से हालात कुछ बदलने के इमकानात हैं, लेकिन अगले तीन चार दिनों तक शदीद सर्दी से कोई बड़ी राहत की उम्मीद नहीं है।