2023 की पहली नीलामी में टोना मछली दो लाख 66 हजार डालर में बिकी
टोकियो : आईएनएस, इंडिया
जापान में इस साल पहली नीलामी में 212 किलो ग्राम वजनी टोना मछली 36 मिलियन येन में फरोखत की गई है। अमरीकी करेंसी में ये रकम दो लाख 66 हजार डालर बनती है।
न्यूज एजेंसी ने बताया कि ये कीमत पिछले साल नीलामी के मुकाबले दो गुना ज्यादा है, जबकि साल 2021 में 211 किलो ग्राम वजनी टोना 16.88 मिलियन यन 145,000 डालर में फरोखत हुई थी। हालिया नीलामी में फरोखत होने वाली टोना दो साल पहले की टोना से वजन में 1.5 गुना ज्यादा है, जब सबसे महंगी टोना 20 मिलियन यन 202 हजार डालर में नीलाम की गई थी। टोना मछली की सबसे ज्यादा कीमत 2019 में रिकार्ड की गई, जब उसे नए साल के दिन की पहली नीलामी में 333 मिलियन यन 3.1 मिलियन डालर में फरोखत किया गया था। सन 2020 में कोरोना की वजह से कीमतें ज्यादा थीं, इसके बावजूद टोना 193.2 मिलियन यन 1.8 मिलियन डालर में फरोखत की गई थी।
नए साल के दिन के बाद पहली टोना नीलामी गैरमामूली तवज्जा का मर्कज रही। क्योंकि उसे गैर सरकारी तौर पर इकतिसादी अलामत और साल के लिए एक किस्म की पैशन गोई समझा जाता है। टोना के बारे में पेशीन गोईआं हमेशा दरुस्त नहीं होतीं लेकिन नए साल की पहली नीलामी में ज्यादा कीमत को अच्छा शगुन समझा जाता है।
बर्ड फलू का फैलाव, चेक रीपब्लिक में 7 लाख से जाइद मुर्गियां मारने का हुक्म
बर्ड फलू का फैलाव, चेक रीपब्लिक में 7 लाख से जाइद मुर्गियां मारने का हुक्म
लंदन : आईएनएस, इंडिया
मध्य योरपी मुल्क चेक रीपब्लिक के एक फार्म को सात लाख 50 हजार मुर्गियां मारने का हुक्म दिया गया है जो मुल्क की कुल मुर्गियों की 15 फीसद तादाद बनती है।
फ्रसीसी खबररसां इदारे एएफपी के मुताबिक यूरोप बदतरीन बर्ड फलू से निमटने की कोशिश कर रहा है। पोल्ट्री ब्रेडर्ज के यूनीयन के रुक्न गुबरैला लोहा का कहना है कि मगरिबी हिस्से में वाके एक गांव में ये पोल्ट्रीफार्म चेक जमहूरीया का सबसे बड़ा फार्म है। हालिया हफ़्तों में मुर्गियों के 12 से ज्यादा फार्म बर्ड फलू से मुतास्सिर हुए हैं। इस वाइरस ने यूरोपभर में भी फार्मज को मुतास्सिर किया है। सरकारी वेटरीनरी एडमिनिस्ट्रेशन एसवीएस ने एक बयान में सूरत-ए-हाल को संगीन करार दिया है। गुबरैला लोहा के मुताबिक रवां बरस चार नई वबाओं को रजिस्टर किया है और ब्रॉड नीड तेशो के फार्म में मुर्गियां मारने के बाद अंडों की कीमतें भी बढ़ने का खदशा है। गुजिशता माह चेक के किसानों को हुक्म दिया गया था कि बर्ड फलू की किस्म एच फाईव एन वन को रोकने के लिए मुर्गियों को अंदर ही रखा जाए। ये वाइरस मुम्किना तौर पर इन्सानों में मुंतकिल हो सकता है। लाखों मुर्गियों को मारने के बाद गुजिश्ता माह यूरोप के सेहत के हुक्काम ने कहा था कि बर्र-ए-आजम को साल का 'सबसे जिÞयाद तबाहकुन वबाई मर्ज देखना पड़ा। अक्तूबर 2021 और सितंबर 2022 के दरमयान 37 योरपी ममालिक के फार्मज पर दो हजार 500 वबाई अमराज का पता चला था जिसके नतीजे में तकरीबन पाँच करोड़ मुर्गियों को जबह करना पड़ा। वाइरस को फैलने से रोकने के लिए महकमा-ए-सेहत के हुक्काम मुम्किना वैक्सीनेशन का जायजा ले रहे हैं। दी यूरोपीयन सेंटर फार डीजीज प्रीवेंशन एंड कंट्रोल ने कहा है कि इन्सानों में इस इन्फैक्शन के फैलाव का खतरा कम है, ताहम जो लोग पोल्ट्रीफार्म में काम करते हैं, उनके मुतास्सिर होने का खदशा हो सकता है।