मोहम्मद हासम अली : अजमेर
विश्व प्रसिद्ध सूफी संत, हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश कर मुल्क में अमन व चैन की दुआएं की। इस मौके पर उनके साथ टीएमसी के कार्यकर्ता भी मौजूद थे। ख्वाजा साहब की दरगाह शरीफ में जियारत के बाद अंजुमन कमेटी के सदर सैयद गुलाम किबरिया, सचिव सैयद सरवर चिश्ती व अन्य पदाधिकारियों द्वारा उन्हें ओढ़नी ओढ़ा कर ख्वाजा साहब की दरगाह शरीफ का स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने दरगाह शरीफ में मौजूद जायरीन की हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया। दरगाह शरीफ से निकलते हुए बुलंद दरवाजे पर पहुंचने पर दरगाह कमेटी के नाजिम द्वारा उन्हें शाल भेंट कर स्मृति चिन्ह देकर उनका सम्मान किया गया। दरगाह दीवान साहब के प्रतिनिधि ने बुलंद दरवाजे पर उनका स्वागत किया वहां से वे उन्हें साथ लेकर अपने निवास स्थान गए जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ख़्वाजा साहब की दरगाह शरीफ के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खांन से मुलाकात की।