न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना का हंगामी दौर अभी खत्म नहीं हुआ है। डब्ल्यूएचओ के अंदाजों के मुताबिक 90 फीसद लोगों में कोविड 19 की प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो चुकी है। इसके बावजूद डब्ल्यूएचओ ने कोरोना नई किस्म के बारे में चेतावनी जारी करते हुए है कि इस नई किस्म का इन्फेक्शन बढ़ता जा रहा है।
डब्लयूएचओ ने दो दिसंबर को कहा कि कोविड के प्रति जरा सी भी कोताही उसकी नई शक्लों के विकास के दरवाजे भी खोल सकती है। डब्ल्यूएचओ के मुखिया ने जिनेवा में कहा कि डब्लयूएचओ का अंदाजा है कि दुनिया की कम अज कम 90 फीसद आबादी में अब पहले से होने वाले इन्फेक्शन या वैक्सीनेशन की वजह से एसएआरएस, सीओवी 2 के खिलाफ काफी हद तक रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हो गई है। उनका कहना था कि हम ये कहने के काबिल होने के बहुत करीब हैं कि कोरोना का हंगामी मरहला खत्म हो गया, लेकिन अभी तक हम वहां तक नहीं पहुंचे हैं। इसकी निगरानी, जांच और वैक्सीनेशन में होने वाली कोताही नई खतरनाक वेरियंट के लिए बेहतरीन हालात पैदा कर सकती है, जो मौतों का भी सबब बन सकता है।
उनका कहना था कि गुजिशता हफ़्ते ही खतरनाक ओमेक्रोन वेरियंट का एक साल मुकम्मल हुआ है। इस नए वेरियंट ने पूरी दुनिया को अपनी लपेट में ले लिया था। इस वक़्त भी बिल्कुल अगल किस्म के वायरस गर्दिश में हैं। बर्तानिया और चीन में एक बार फिर इन्फेक्शन में बढ़ोतरी को देखते हुए डब्ल्यूएचओ दुनियाभर की हुकूमतों पर जोर दे रहा है कि वो सबसे पहले ऐसे कमजोर अफराद के देखभाल पर तवज्जा दें, जो 60 बरस से ज्यादा उम्र के हैं या जिन्हें पहले से कोई बीमारी है। गुजिशता हफ़्ते ही साढे़ आठ हजार से ज्यादा लोग कोविड 19 की वजह से हलाक हुए है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि उसने सन 2019 में कोरोना वाइरस के शुरू होने के बाद से तकरीबन 640 मिलियन केसेज में से 66 लाख मौतें दर्ज की है।