देश, धर्म से पहले है, हम सब मिल कर अमन और शांति कायम करेंगे, किसी भी धर्म के समाज कंटक का बायकॉट करेंगे
समाज मे जहर घोलने वाली ताकतों से मिलकर लड़ना होगा : सैयद नसीरुद्दीन
मोहम्मद हासम अली : अजमेर
अखिल भारतीय सूफी सज्जादा नशीं परिषद (एआईएसएससी) के मुख्य संरक्षक सैयद नसीरूद्दीन चिश्ती (चैयरमेन) शनिवार को हनुमानगढ़ के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सभी धर्म गुरुओं के साथ सद्भावना और एकता तथा भाईचारे का पैगाम दिया।
मौजूदा दौर में जिस तरह देश के भीतर भाईचारा समाप्त होता जा रहा है, हिंदू और मुस्लिमों के बीच व्यापतम प्रेम खतरे में दिखाई दे रहा है, अखिल भारतीय सूफी सज्जादा नशीन परिषद के मुख्य संरक्षक सैयद नसीर उद्दीन चिश्ती देश में घूम घम कर सभी धर्म के लोगों को जोड़ने का कार्य कर रहे हैं। इस कड़ी में शनिवार को वे हनुमानगढ़ पहुंचे, जहां उन्होंने सभी धर्म गुरुओं के साथ एकता व अखंडता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अपवाद किसी भी धर्म में हो सकता है, हमें जरूरत है ऐसे लोगों का बायकाट करें। उनका कहना है कि जो लोग सर तन से जुदा... जैसे नारे लगाते हैं, वह तालिबानी सोच के लोग हैं, उनकी समाज में कोई जगह नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे बड़ा धर्म, देश प्रेम है। धर्म से पहले देश है, हम हिंदुस्तानी हैं, हमारा धर्म अलग-अलग हो सकता है लेकिन देश प्रेम सभी के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा, हमे चाहिए कि हम नफरती ताकतों को विराम दें और उनका बहिष्कार करें। यही आज की मांग है।
सैयद नसरुद्दीन चिश्ती भारतभर में कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर रहे हैं इस दौरान वे अन्य धर्म गुरुओं के साथ मंच साझा कर एकता व भाईचारे का पैगाम दे रहे हैं।
हनुमानगढ़ के जाट भवन में आयोजित कांफ्रेंस में पूर्व जल संसाधन मंत्री डॉक्टर रामप्रताप, गोगामेडी से महंत योगी राज, सिख समुदाय के बाबा बलकार सिंह, पंडित शास्त्री, रतन लाल के अलावा शहर के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। सभी ने सैयद नसीर उद्दीन को विश्वास दिलाया कि वे उनकी इस मुहिम में उनके साथ हैं और आपसी प्रेम भाईचारा बढ़ाने के लिए प्रयास करेंगे। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी राजनीति चमकाने के लिए धर्म का उपयोग कर रहे हैं, उन्हें ईश्वर भी माफ नहीं करेगा। उन्होंने धर्म को राजनीति से परे रखकर देश हित में कार्य करने की जारूरत पर जोर दिया। इस मौके पर नफीसा खान, अब्दुल कादर कादरी, बाला खान, शराफत अली व अमित साहू आदि मौजूद थे।