एमटीपी की ट्रेनिंग आफ ट्रेनर कार्यक्रम
नई तहरीक : दुर्ग
जिला चिकित्सालय के एमसीएच विंग में मेडिकल टर्मिनेशन आफ प्रेग्नेंसी की ट्रेनिंग का आयोजन किया गया है। ट्रेनिंग शिविर में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों से डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स ने प्रशिक्षण लिया। शिविर में दिल्ली के 2 डॉक्टर उमेश कुलकर्णी, डॉक्टर अंजली, छत्तीसगढ़ के मास्टर ट्रेनर डॉ विनीता ध्रुवे ने उन्हें प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया गया ताकि गांव में सुरक्षित गर्भपात सेवा चालू की जा सके। शिविर का उद्देश्य गर्भपात से होने वाली 8 प्रतिशत माता मृत्युदर को रोका जा सके व गरीब मरीजों को उचित स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध हो सके।
गौरतलब है कि देश में माता मृत्युदर 103 है जबकि छत्तीसगढ़ बहुत ज्यादा अर्थात 160 है। इसी में कमी लाने के लिए आइपास संस्था द्वारा छत्तीसगढ़ में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वर्ष 2012 से जारी प्रशिक्षण में अब तक लगभग 600 डाक्टर प्रशिक्षित हो चुके हैं। यह व्यवस्था नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में भी की जा रही है। टेÑनिंग शिविर में रायपुर से डॉ अभिलाषा विशेष रूप से शामिल हुई थीं।
जिला चिकित्सालय में शिविर को सफल बनाने में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जेपी मेश्राम एवं सिविल सर्जन वायके शर्मा का मार्गदर्शन तथा डॉ विनता ध्रुवे द्वारा विशेष सक्रियता व विशेष सहयोग रहा।