अनुसूचित जाति का आरक्षण 16 प्रतिशत सुनिश्चित करने की मांग
नई तहरीक : दुर्ग
जिला सतनामी समाज द्वारा 28 नवंबर सोमवार को कलेक्टोरेट परिसर में आरक्षण कटौती के विरोध में सरकार व अनुसूचित जाति मंत्री व विधायकों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उन्ळोंने जमकर नारेबाजी भी की।
गौरतलब है कि वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण में 3 प्रतिशत की कटौती कर दी गई है। वर्ष 2012 में भाजपा सरकार द्वारा 4 प्रतिशत कटौती कर अनुसूचित जाति वर्ग को छलने का काम किया था जिसके विरोध में सतनामी समाज द्वारा याचिका दायर की गई थी। 10 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद हाईकोर्ट बिलासपुर द्वारा 16 प्रतिशत आरक्षण को सही ठहराया गया था। कांग्रेस सरकार ने 2018 में अपने घोषणापत्र में अनुसूचित जाति समुदाय को 16 प्रतिशत आरक्षण देने की बात की थी जिस पर अब तक अमल नहीं किया गया है। इसके विपरीत बिलासपुर उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना करते हुए 3 प्रतिशत की कमी कर दी गई है। विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदेश सहित जिला सतनामी समाज द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर 16 प्रतिशत आरक्षण तत्काल वापस करने की मांग की है। अन्यथा की स्थिति में समाज ने 2023 के चुनाव में सबक सिखाने की चेतावनी देते हुए अनुसूचित जाति वर्ग के मंत्री व विधायकों को सामाजिक मंचों से बहिष्कार करने की बात कही है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान सतनामी समाज दुर्ग से ऋषि टंडन, गोपाल चंदानिया, सितम बंजारे, धर्मदास देशलहरे, राकेश मनहर, देव महंते, संत शिरोमणि गुरु अगरदास सेवा समिति सुपेला राजकुमार मारकंडे, सतनाम कल्याण समिति खुर्सीपार शैलेन्द्र जांगड़े एवं संतराम देशलहरा सहित अशोक मंडारे, डोमन देशलहरे, कमलेश कुर्रे, राम बंजारे, भरत बंजारे, नागेश कोसरे, कांशीराम कोसरे, बेनाम भारती, अश्विनी टंडन, पार्वती कुर्रे, मानसिंह राय, द्वारिका चंद्रवंशी, मुकेश देशलहरे, रमेश बंजारे, कमलेश बारले, दुर्गा मांडले, जैनेन्द्र डहरिया, रितेश जोशी, मनोज मधुकर, धनराज कुमार, राजेश मधुकर, जय प्रकाश महंत सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।