बिदाई के वक्त अपने हाथों में पकड़ रखा था बिहार के दौरान युवाचार्य भगवंत का हाथ
नई तहरीक : दुर्ग
छत्तीसगढ़ प्रवर्तक जय आनंद मधुकर रतन भवन से बिहार यात्रा के दौरान युवाचार्य भगवान का हाथ जो पकड़ा उसे विदाई के वक्त इंदिरा मार्केट में छोड़ा। प्रवर्तक श्री ने युवाचार्य भगवंत को मंगल पाठ सुना कर उन्हें आगे के विहार की ओर रवाना किया। इस अवसर पर सभी की आंखें नम थी।
2 दिन सुराणा निवास में रुकने के पश्चात जेवरा सिरसा जाने के लिए विहार होगा। उधर साध्वी सन्मति जी अपने समुदाय के साथ कवर्धा की ओर बिहार करेंगे जहां से नागपुर और पुणे के लिए विहार प्रारंभ होगा।
आध्यात्मिक आनंद वषार्वास की समाप्ति पश्चात युवाचार्य भगवंत श्री महेंद्र ऋषि जी व साध्वी सन्मति जी का जय आनंद मधुकर रतन भवन बांधा तालाब से डालचंद भाई सुराणा के निवास के लिए चातुर्मासिक बिहार हुआ।
श्रमण संघ परिवार के श्रावक-श्राविकाओं ने भरे मन से गुरु भगवंत को विदाई दी। वर्षावास की समाप्ति के बाद आनंद समवशरण का प्रांगण सूना हो गया। युवाचार्य भगवंत को विदाई देने छत्तीसगढ़ प्रवर्तक श्री रतन मुनि जी महाराज अस्वस्थता के बावजूद संघ समाज के साथ इंदिरा मार्केट तक साथ गए।