हैदराबाद : हैदराबाद में बीजेपी की नेशनल एग्जीक्टिव मीटिंग में वजीरे आजम नरेंद्र मोदी ने यूपी बीजेपी इकाई को पसमांदा मुस्लमानों के दरमयान काम करने का मश्वरा दिया है। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि उतर प्रदेश इंतिखाबात के नताइज से बहुत कुछ सीखा जा सकता है। पीएम ने ये तबसरा हैदराबाद में बीजेपी की कौमी एग्जीक्टिव मीटिंग में उतर प्रदेश के बारे में रिपोर्टिंग करते हुए किया। उतर प्रदेश बीजेपी के सदर स्वतंत्र देव सिंह ने रियासत की सरगर्मियों का जिÞक्र करते हुए आजमगढ़ और रामपूर लोक सभा जिमनी इंतिखाबात में जीत का जिÞक्र किया। इस दौरान ये कहा गया कि बीजेपी ने आजमगढ़ जीत लिया, जिसे मुस्लिम;यादव इत्तिहाद का गढ़ समझा जाता है। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि रियासत उतर प्रदेश के लीडरों को पसमांदा मुस्लमानों के लिए काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रियास्ती हुकूमत में इस समाज को नुमाइंदगी दी गई है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले आठ सालों में हुकूमत के कामों से तमाम तबकात को फायदा हुआ है। गौरतलब है कि दानिश अंसारी को योगी हुकूमत में वजीर बनाया गया है। कई मश्वरे देते हुए वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीजेपी कारकुनान को मुल्क की तरक़्की का पैगाम अवाम तक पहुंचाना चाहिए। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि सदारती ओहदे (राष्टÑपति) के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रोपदी मुरमू की सादगी, जद्द-ओ-जहद और सादगी का पैगाम आम अवाम तक पहुंचाया जाना चाहिए।
भाजपा का दौर आइन्दा 30 से 40 साल तक रहेगा
मर्कजी वजीर-ए-दाखिला अमित शाह की पीशनगोई
हैदराबाद : बीजेपी के सीनीयर लीडर और मर्कजी वजीर-ए-दाखिला (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह ने हैदराबाद में पार्टी की कौमी मजलिस-ए-आमला मीटिंग के दौरान कहा कि अगले 30 से 40 साल तक बीजेपी का दौर जारी रहेगा और इस दौरान हिन्दोस्तान 'विश्व गुरु’ भी बन जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि खानदान परस्ती, जात परस्ती और 'खुशामद इस मुल्क की सियासत के लिए एक बहुत बड़ी लानत है, जो मुल्क के मसाइब का बाइस हैं, वाजिह हो कि खुशामदाना सियासत का इल्जाम कांग्रेस पर हमेशा से लगाया जाता है, जो अकलीयतों बिलखसूस मुस्लमानों के हुकूक की बात करती है। मर्कजी वजीर-ए-दाखिला अमित शाह ने कहा कि बीजेपी तेलंगाना और मगरिबी बंगाल जैसी रियास्तों में खानदानी राज खत्म करेगी और आंध्र प्रदेश, तमिलनाडू और उड़ीसा समेत दीगर रियास्तों में इकतिदार में आएगी। बीजेपी 2014 से मर्कज में बरसर-ए-इकतिदार है, लेकिन इन रियास्तों में इकतिदार से बाहर है। अमित शाह ने सुप्रीमकोर्ट के हाल ही में सुनाए गए इस फैसले को तारीखी करार दिया है जिसमें आँजहानी (दिवंगत) रुक्न पार्लियामेंट (सांसद) एहसान जाफरी की अहलिया (बीवी) जकीया जाफरी की अर्ज़ी को खारिज किया गया था। अर्ज़ी में गुजरात में 2002 के फसादाद के सिलसिले में उस वक़्त के वजीर-ए-आला नरेंद्र मोदी समेत 64 लोगों को खुसूसी तफतीशी टीम (एसआईटी) की तरफ से दी गई क्लीनचिट को चैलेंज किया गया था। अमित शाह ने कहा कि मोदी ने फसादाद में अपने मुबय्यना किरदार पर एसआईटी तहकीकात का सामना किया और आईन में अपना एतिमाद बरकरार रखा। अमित शाह ने कहा कि भगवान शिव की तरह मोदी ने उन पर फेंके गए तमाम जहरों को हजम कर लिया। उन्होंने कहा कि अप्पोजीशन गैर मुतमइन है और हुकूमत जो भी अच्छा करती है, वो उसकी मुखालिफत करती रहती है।