रियाद : मस्जिद-ए-हराम में आजमीन-ए-हज्ज और नमाजियों की आराम-ओ-राहत की खातिर जदीद तरीन सहूलयात फराहम की गई हैं। हरमैन शरीफैन के इंतिजामी उमूर के जिÞम्मेदार इदारे 'सदारत आम्मा बराए हरमैन शरीफैन’ की तकनीकी और आपरेशनल उमूर की देखभाल करने वाली एजेंसी ने मस्जिद-ए-हराम में दुनिया का सबसे बड़ा कूलिंग निजाम नस्ब (इंस्टाल) किया है। इस एयर कंडीशन सिस्टम की गुंजाइश एक लाख 59 हजार टन है।
एजेंसी मस्जिद-ए-हराम में कूलिंग सिस्टम को हर तरह के जरासीम से पाक रखने के लिए कोशां है। इनसे मस्जिद-ए-हराम में फैलने वाली हवा हर तरह के जरासीम से 100 फीसद पाक होती है। कूलिंग सिस्टम 159 हजार रेफ्रीजरेशन टन तक तवानाई (ऊर्जा) इस्तिमाल करता है और इसे दुनिया के सबसे बड़े कूलिंग सिस्टम्ज में शुमार किया जाता है। इस सिस्टम को दो अहम स्टेशनों कदी और शामेह के जरीये तवानाई पंप की जाती है, जो दुनिया में सबसे बड़े हैं। शामेह प्लांट से एक लाख बीस हजार रेफ्रीजरेशन टन की तवानाई दी जाती है। ये प्लांट मस्जिद-ए-हराम से 900 मीटर के फासले पर है। अजयाद स्टेशन की पैदावारी सलाहीयत 39 हजार रेफ्रीजरेशन टन है और ये 500 मीटर दूर है। दोनों स्टेशनों के कूलर पानी को 4 से 5 डिग्री सेल्सियस के दरमियान ठंडा करते हैं और उसे पाइपों के जरीये मस्जिद-ए-हराम और फिर मेकेनीकल कमरों में एयर हैंडलिंग यूनिट्स तक पहुंचाते हैं जिसमें गर्मी के तबादले का अमल होता है, और फिर ठंडी ताजा हवा मस्जिद-ए-हराम के तमाम हिस्सों में धकेल दी जाती है। एजेंसी ने एयर हैंडलिंग यूनिट्स की तजईन-ओ-आराइश (सजावट) और तरक़्की (विकास) की है। तमाम हीट एक्सचेंजर्स को नए यूनिट्स में तबदील किया गया है। इसके अलावा तमाम एयर प्यूरीफायर फिल्टरज को वकतन-फ-वकतन तबदील किया जाता है। ग्रैंड मस्जिद की सतह से कुदरती अवा निकाले जाने के बाद हवा को एयर हैंडलिंग यूनिट्स के जरीये पाक किया जाता है और ये कई मराहिल में मूसिर (असरदार) फिल्टरज और हाई फिल्ट्रेशन टैक्नोलोजी के जरीये अंजाम दिया जाता है।