रियाद : हज व उमरा चैरीटेबल सोसायटी हरिया ने इस साल 1443 हिजरी के हज सीजन के काम में हिस्सा लेते हुए हुज्जाज किराम के सफर और रास्ते से लेकर अल विदा तक फराहम किए जाने वाले प्रोग्रामों और खिदमात के एक पैकेज का ऐलान किया है। पैकेज में आजमीन-ए-हज्ज के लिए खाने पीने की अश्या (चीजें), रूह की गिजा, मेहमान-नवाजी, देखभाल और एजेंसियों की सर्विसिज शामिल हैं। 'हदाया' सोसाइटी के एग्जीक्टिव डायरेक्टर इंजीनर एहसान अलरेस ने वजाहत की कि हदया सोसाइटी वजारत हज-ओ-उमरा की निगरानी में काम कर रही है, ताकि हुज्जाज किराम के लिए आमद से लेकर अल-विदा तक मुतअद्दिद राबिता मुकामात का अहाता किया जा सके। हाजियों की आमद के मुकामात, जमीनी बंदरगाहों, जद्दा इस्लामी बंदरगाह और मक्का उल-मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा के मुकामात पर सोसाइटी की टीमें मौजूद हैं। अर्फात, मुजदल्फा में मुकद्दस मुकामात पर हुज्जाज किराम में तहाइफ (तोहफे) तकसीम किए जाएंगे। मिना, मक्का मुकर्रमा और अल मदीना मुनव्वरा में वजारत हज-ओ-उमरा के आजमीन के ग्रुप बंदी के मराकज में भी तहाइफ तकसीम किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हदिया का मकसद मुख़्तलिफ किस्म की खिदमात फराहम करना है, जिनमें रहनुमाई और हिदायत के साथ रुहानी गिजाईयत से मुताल्लिक खिदमात शामिल हैं। इसके साथ साथ हल्की फुल्की पक्की खाने की चीजें, पानी की बोतलें, जमजम के पानी के पैकेज और सेहत मंद पानी और दीगर सर्विसिज शामिल हैं।
आजमीन-ए-हज्ज के लिए फ्रीक्वेंसी ट्रांसमिशन सर्विस शुरू
रियाद : मक्का मुकर्रमा में जनरल आॅटोमोबाइल सिंडीकेट ने कहा है कि फ्रीक्वेंसी ट्रांसमिशन यूनीयन से निकलने वाले अहम जदीद आॅपरेशनल पैटर्न में से एक है, जिसे मुशाविर पैटर्न कहा जाता है, जो हज के निजाम के साथ मरबूत (जुडेÞ हुए) हंै। उसे हर साल सिर्फ हज के मौका पर एक ही वक़्त में चालू किया जाता है।
उन्होंने कहा कि फ्रीक्वेंसी ट्रांसपोर्ट की तारीफ एक दो ट्रैक वाली लाईन के तौर पर की गई है जो आजमीन के शहर के अंदर बसों के लिए मुखतस (खास) है। इसमें छोटी गाड़ियां नहीं चलतीं और दुनिया-भर के आजमीन-ए-हज्ज को 6 रोमिंग कंपनियों में तकसीम किया गया है, उनमें से चार कंपनीयों ने मुकद्दस मुकामात के अंदर फ्रीक्वेंसी ट्रांसपोर्ट के तहत काम शुरू कर दिया है। मंजूरशदा फ्रीक्वेंसी ट्रांसपोर्ट मेकानिजम के बारे में यूनीयन ने कहा कि ये ट्रांसपोर्ट कंपनीयों से बसें वसूल करना और उन्हें वापिस पार्किंग में खड़ा करना, फिर उन्हें तय-शुदा शैडूल के मुताबिक चलाया जाता है। बसों का मिशन मुकद्दस मुकामात के अंदर बस डिपो से मुकद्दस मुकामात तक है। पहला सफर तरवीह के रोज हुज्जाज किराम को बैतुल्लाह तक मुंतकिल करना और मिना से मुकाम अर्फात तक ले जाना है । जब कि दूसरा सफर अफाफजा औला है और अर्फात के मुकाम से मुजदल्फा तक है। तीसरे सफर में हुज्जाज किराम को मिना से मुजदफला तक ले जाना है। हज के मौसम से पहले जनरल आॅटोमोबाइल सिंडीकेट की आॅपरेशनल तैयारी के बारे में उन्होंने वजाहत की कि ये गश्त को बरकरार रखने, गोदामों से मुंसलिक वर्कशॉप्स की कारकर्दगी और इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्ज की कारकर्दगी को यकीनी बना कर किया जाता है।