कराची : आईएनएस, इंडिया
इस वक़्त सुंबा के नाम से जाना जाने वाला मेमना अपने तवील (लंबे) कानों की वजह से पाकिस्तान में मीडीया स्टार बन चुका है। सुंबा के मालिक ने उसके तवील कानों के हवाले से वर्ल्ड रिकार्ड का दावा किया है। सुंबा कराची में लाड प्यार की जिंदगी गुजार रहा है, जहां वो पिछले महीने पैदा हुआ था।
पैदाइश के वक़्त उसके कान हैरत-अंगेज तौर पर तवील थे और अब ये मजीद बढ़कर 54 सेंटी मीटर (21 इंच) तक पहुंच गए हैं। जानवर पालने वाले मुहम्मद हसन नारीजो का कहना है कि उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड से राबिता किया है ताकि सुंबा के तवील कानों को वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया जा सके। ताहम (हालांकि) अभी तक इस तंजीम के वेबसाइट पर बकरों के तवील तरीन कानों की कैटेगरी शामिल नहीं है। उसके मालिक मुहम्मद हसन का कहना है कि अपनी पैदाइश के 10 से 12 दिनों के अंदर ही ये मेमना कौमी (राष्टÑीय) और बैनुल अकवामी (अंतरराष्टÑीय) मीडीया की जीनत बन चुका है।
उन्होंने बताया कि हाल में बकरों के बीच हुई ब्यूटी कांटेस्ट में सुंबा विनर भी बना है। नारीजो का मजीद कहना है कि 30 दिनों में ही ये इस कदर मकबूल हो गया है कि किसी मशहूर शख़्सियत को भी इस शोहरत के हुसूल में 25 से 30 साल लग सकते हैं। सुंबा के कान इतने लंबे हैं कि मुहम्मद हसन को उन्हें उस की पीठ पर लपेटना पड़ता हैं ताकि ये उसके पांव से ना उला जाएं। मुहम्मद हसन का मजीद कहना था कि उसको नजर-ए-बद से बचाने के लिए उन्होंने कई टोटके किए हैं, और कुरानी आयात पढ़ कर उसे दम करते रहते हैं। मुहम्मद हसन ने सुंबा की नसल आगे बढ़ाने का मन्सूबा बनाया है ताकि पाकिस्तानियों की आला बकरियों की अफ़्जाइश (बढ़ोतरी) करने वाली कौम के तौर पर तशहीर की जा सके।