रियाद : हरमैन अश्शरीफैन इंतिजामीया के सरबराहे आला शेख डाक्टर अब्दुर्रहमान अलसदीस ने कहा है कि मैदान अर्फात से हज का खुतबा बराह-ए-रास्त 14 जबानों में नशर किया जाएगा, जो 15 करोड़ अफराद तक पहुँचेगा। अरब जराइआ इबलाग के मुताबिक डाक्टर अलसदीस ने ये ऐलान इंतिजामीया के आला ओहदेदारों की मौजूदगी में कहा। डाक्टर अलसदीस ने बताया कि जदीद तरीन टेक्नोलोजी और आलात के जरीये हज का खुतबा अरबी, अंग्रेजी, फ्रÞांसीसी, उर्दू, फारसी, रूसी, चीनी, बंगाली, तुर्की, मलावी, हिन्दी, एसपीनी, ताम्मुल और स्वाहिली जबानों में पेश किया जाएगा। डाक्टर अलसदीस ने कहा कि मैदान अर्फात से हज के खुत्बे का बराह-ए-रास्त तजुर्मा पेश करने का प्रोग्राम अपनी नौईयत का सबसे बड़ा आलमी प्रोग्राम है और इसके जरीये अमन व सलामती की सरजमीन से रवादारी का पैगाम जाएगा। डाक्टर अलसदीस ने बताया कि गुजिश्ता साल दस जबानों में मैदान अर्फात से हज का खुतबा नशर किया गया था। हमारा हदफ 5 करोड़ अफराद तक रसाई का था, लेकिन इससे दस करोड़ अफराद ने इस्तिफादा किया था।
हुज्जाज कराम को मिल रही जदीद तरीन ट्रांसपोर्ट सहूलयात : अर्दनी वजीर ने की तारीफ
रियाद : अरदन के वजीर औकाफ व सलामी उमूर डाक्टर मुहम्मद उल खलायला ने ममलकत सऊदीया की तरफ से हुज्जाज किराम के लिए फराहम करदा जदीद और बेहतरीन ट्रांसपोर्ट खिदमात की तहसीन (प्रशंसा) करते हुए कहा कि ये ममलकत सऊदी अरब में ट्रांसपोर्ट के मैदान में काबिल-ए-जिÞक्र तरक़्की-ओ-खिदमात का मजहर है। वो ये बात हरमैन शरीफैन के दरमियान सहूलयात फराहम करने वाले तेज रफ़्तार रेलवे निजाम को देखने के बाद कह रहे थे। वाजेह रहे कि रेलवे का ये मन्सूबा उन बड़े मन्सूबों में से एक है, जो हुज्जाज किराम को दोनों मुकद्दस मसाजिद के दरमयान सफर के लिए डिजाइन किया गया है। उमरा की अदाई करने वाले खवातीन व हजरात भी इसी से इस्तिफादा (लाभान्वित) करेंगे। सऊदी प्रेस एजेंसी एसपीए की खबर में अर्दनी वजीर औकाफ के हवाले से बताया गया है कि डाक्टर मुहम्मद उल खलायला ने मदीना से मक्का के लिए हरमैन हाईस्पीड रेलवे पर रवाना होने से पहले कहा कि अरदन के आजमीन इस बेहतरीन ट्रांसपोर्ट के निजाम से फायदा उठाएँगे। वो बड़े आरामदेह अंदाज में और तेज रफ़्तारी के साथ हरमैन के दरमयान सफर कर सकेंगे। वजीर औकाफ ने मजीद कहा कि हुज्जाज किराम चाहें तो ये आरामदेह सफर ट्रेन से करें और चाहें तो बसों पर करें और अगर बजरीया जहाज ये सब सहूलतें उनके लिए मौजूद होंगी। हुज्जाज किराम के लिए ममलकत सऊदीया में की गई इन सारी जदीद तरीन और बेहतरीन काविशों के सिलसिले में शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज और वली अहद मुहम्मद बिन सलमान के बुजुर्गों के लिए की जा रही खिदमात को सराहा।