रियाद : सऊदी अरब की म्यूजिक अथार्टी ने वजारात-ए-तलीम के तआवुन से म्यूजीकल कल्चर के नाम से एक गैर निसाबी सरगर्मी शुरू करने का ऐलान किया है। ये सरगर्मी वजारात-ए-तलीम के माई स्कूल प्लेटफार्म से शुरू की गई है जिसका मकसद दिलचस्पी रखने वाले तलबा को मौसीकी के बारे में मालूमात और जरूरी महारतें फराहम करना और बैन-उल-अकवामी फनकारों के तरीकों के बारे में जानकारी मुहय्या करना है। इस सरगर्मी के तहत तलबा के लिए मुतअद्दिद उनवानात के मौसीकी से मुताल्लिक तकनीकी तसव्वुरात, नजरियात और कवाइद की तफसीली वजाहत के साथ, मुख़्तलिफ मौसीकी के आलात, उनकी दर्जाबन्दी, सनअत और मौसीकी की तकनीक के इंतिखाब के अलावा मौसीकी की दुनिया की शख्सियात, सऊदी अरब में मौसीकी विरसे और 'माई स्कूल' एप के जरीये मौसीकी के वर्चूअल ऐपीसोडज भी फराहम किए जाऐंगे।
सऊदी फिल्म फेस्टिवल 2 जून से
रियाद : सऊदी फिल्म फेस्टिवल की इंतेजामिया के ऐलान के मुताबिक मार्च 2022 के इख्तेताम तक 106 फिल्मों को कबूल कर लिया गया है जबकि कुल 117 फिल्मों का इंदिराज कराया गया था। उनमें से 69 फिल्मों को इस फिल्म फेस्टिवल के आठवें एडीशन में नुमाइश के लिए नामजद किया गया है। ये फेस्टिवल 2 जून से शुरू होगा। उनमें 36 फिल्में तमाम मुकाबलों में शामिल होंगी जिनमें 8 तवील और 28 मुख़्तसर फिल्में हैं। सऊदी और खलीजी ममालिक की फिल्मों के बीच फेस्टिवल में 8 कैटेगरीज के लिए मुकाबला होगा। हर कैटेगरी के लिए माली इनामी रकम रखी गई है। आठवां सऊदी फिल्म फेस्टिवल 2 जून से 9 जून तक जारी रहेगा। सिनेमा सोसाइटी इस फेस्टिवल का इनइकाद किंग अब्दुल अजीज ग्लोबल कल्चर सेंटर की शराकत से करवा रही है। इस सिलसिले में ईवेंट को वजारत-ए-सकाफत के जेर-ए-इंतिजाम फिल्म कमेटी की सपोर्ट हासिल है। इस बार के फेस्टिवल में मुतअद्दिद शख्सियात को खुसूसी एजाजात से नवाजा जाएगा। उनमें सऊदी अदाकार खलील बिन अब्राहम अलरवाफ शामिल है जो वो हॉलीवुड में पहले अरब फनकार शुमार होते हैं।