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एशीयन क्रिकेट काउंसिल में जए शाह की मुद्दत मुलाजमत में तौसीअ, 2024 तक रहेंगे सदर

 


नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया

एशीयन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के सदर के तौर पर बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह की मीयाद में मजीद एक साल की तौसीअ कर दी गई है। अब वो 2024 तक एसीसी के सदर रहेंगे। ये फैसला शनीचर को कोलंबों में हुई सालाना जनरल मीटिंग में लिया गया। शाह को गुजिश्ता साल जनवरी में इस ओहदे पर मुकर्रर किया गया था। उनसे पहले बंगला देश क्रिकेट बोर्ड के सदर नजम उल हसन इस ओहदे पर फाइज थे। इस बार शाह की मुद्दत मुलाजमत में तौसीअ की तजवीज श्रीलंका क्रिकेट के सदर शम्मी सिल्वा ने पेश की, जिसकी एसीसी के तमाम अराकीन ने मुत्तफिका तौर पर हिमायत की। 

हफ़्ता को एसीसी के इजलास से खिताब करते हुए शाह ने कहा कि एसीसी की तवज्जा इस खित्ते (एशिया) में खेल की तरक़्की को आगे बढ़ाना है। शाह ने अपनी मुद्दत मुलाजमत में तौसीअ के लिए शुक्रगुजारी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि मैं एसीसी में अपने तमाम काबिल-ए-एहतिराम साथियों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ, जिन्होंने मुझ पर एतिमाद किया और मुझे एसीसी की तरफ से शुरू किए गए तमाम काम को मुकम्मल करने के काबिल समझा।

खातून खिलाड़ी को टीम से निकालने की धमकी देकर बनाए गलत ताल्लुकात, कोच को सख़्त सजा

मुंबई : आईएनएस, इंडिया

महाराष्ट्र के अकोला में एक इंतिहाई हैरानकुन मुआमला सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टीम के कोच ने खातून कबड्डी खिलाड़ी को पहले लालच दिया, फिर उसके साथ इस्मतदरी की और उसे हामिला कर दिया। 

मुआमले में अदालत ने कोच के खिलाफ पाए गए ठोस सबूत की बिना पर उसे मुजरिम करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई। मुल्जिम कोच का शुद्धोधन सहदेव पर एक खातून खिलाड़ी के साथ इस्मतदरी के संगीन इल्जामात हैं। कोच ने खातून खिलाड़ी को रियास्ती और कौमी सतह की खिलाड़ी बनाने का वाअदा किया था। मुआमला 30 जुलाई 2018 का है। मुतास्सिरा ने अपनी शिकायत में बताया है कि मुल्जिम कोच उसके साथ जिस्मानी ताल्लुकात बनाने की धमकी देता था। खातून को टीम से निकालने की धमकी देता था जिसके बाइस खातून खिलाड़ी कोच की बात मानने पर मजबूर हो गई। इसी दौरान खातून हामिला भी हो गई। खातून ने सरकारी अस्पताल में छोटी बच्ची को जन्म भी दिया लेकिन अस्पताल के अमले को शक हुआ कि ये खातून खिलाड़ी गैर शादीशुदा माँ बन गई है। अस्पताल ने फौरी तौर पर पुलिस को इत्तिला दी और खातून खिलाड़ी से पूछगिछ के बाद सारी बात सामने आई। 

पुलिस ने मुल्जिम को हिरासत में लेकर उससे पूछगिछ शुरू कर दी। मुल्जिम कोच ने अपने ऊपर लगने वाले तमाम इल्जामात की तरदीद की है। उन्होंने कहा कि ये बच्चा उसका नहीं है। पुलिस ने मुल्जिम का डीएनए टेस्ट कराया जिससे वाजिह हुआ कि लड़की का वालिद मुल्जिम कोच था। एक और खिलाड़ी से छेड़-छाड़ के केस में मुल्जिम को अदालत ने मुजरिम करार दिया है। अदालत ने मुल्जिम को उम्र कैद और 3.10 लाख रुपय जुर्माने की सजा सुनाई है। एक और खातून कबड्डी खिलाड़ी के साथ छेड़-छाड़ केस के मुल्जिम कोच शुद्धोधन को दफा 354 के तहत 5 साल और दफा 506 के तहत 2 साल की सजा सुनाई गई है।



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