मोहर्रम-उल-हराम - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
ह्यजो शख्स ये चाहता है कि उसके रिज्क में इजाफा हो, और उसकी उम्र दराज हो, उसे चाहिए कि रिश्तेदारों के साथ हुस्न सुलूक और एहसान करे।ह्ण
- मिश्कवात शरीफ
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✅ लंदन : आईएनएस, इंडिया
आलमी इदारा सेहत ने कहा है कि कोरोना वाइरस अब भी पूरी दुनिया में एक हफ़्ते में 17 सौ के क़रीब अफ़राद को हलाक कर रहा है। डब्ल्यूचओ ने ख़तरे वाली आबादों पर ज़ोर दिया है कि वो इस बीमारी के ख़िलाफ़ अपनी वैक्सीनेशन को जारी रखें।
फ़्रांसीसी न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ जुमेरात को डब्लयूएचओ के डायरेक्टर जनरल ने वैक्सीन की कवरेज में कमी पर एक इंतिबाह (चेतावनी) दिया। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सेहत के इदारे के सरबराह ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि आदाद-ओ-शुमार से पता चलता है कि सेहत के कारकुनों और 60 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों में वैक्सीन की कवरेज में कमी आई है, जो दो सबसे ज़्यादा ख़तरा वाले ग्रुप हैं।
डब्लयूएचओ तजवीज़ करता है कि सबसे ज़्यादा खतरे वाले ग्रुपों में लोग 12 माह के अंदर कोरोना वाइरस वैक्सीन लगा लें। डब्लयूएचओ को अब तक 70 लाख से ज़्यादा कोरोना अम्वात की इत्तिला दी गई है, हालाँकि इस वबाई मर्ज़ की हक़ीक़ी तादाद इससे कहीं ज़्यादा बताई जाती है। कोरोना वाइरस ने मईशतों (अर्थव्यवस्था) और सेहत के निज़ाम को तबाह कर दिया था। उन्होंने तीन साल से ज़्यादा अर्से बाद मई 2023 में कोरोना वाइरस के ख़ातमे का ऐलान किया था। 2019 के आख़िर में चीन के शहर वूहान में पहली बार इस वाइरस का पता चला था। डब्लयूएचओ ने हुकूमतों पर ज़ोर दिया है कि वो वाइरस की निगरानी और तर्तीब को बरक़रार रखें, सस्ते और काबिल-ए-एतिमाद टेस्ट, ईलाज और वैक्सीन तक रसाई को यक़ीनी बनाएँ।
फ़्रांसीसी न्यूज़ एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक़ जुमेरात को डब्लयूएचओ के डायरेक्टर जनरल ने वैक्सीन की कवरेज में कमी पर एक इंतिबाह (चेतावनी) दिया। अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की सेहत के इदारे के सरबराह ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि आदाद-ओ-शुमार से पता चलता है कि सेहत के कारकुनों और 60 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों में वैक्सीन की कवरेज में कमी आई है, जो दो सबसे ज़्यादा ख़तरा वाले ग्रुप हैं।
डब्लयूएचओ तजवीज़ करता है कि सबसे ज़्यादा खतरे वाले ग्रुपों में लोग 12 माह के अंदर कोरोना वाइरस वैक्सीन लगा लें। डब्लयूएचओ को अब तक 70 लाख से ज़्यादा कोरोना अम्वात की इत्तिला दी गई है, हालाँकि इस वबाई मर्ज़ की हक़ीक़ी तादाद इससे कहीं ज़्यादा बताई जाती है। कोरोना वाइरस ने मईशतों (अर्थव्यवस्था) और सेहत के निज़ाम को तबाह कर दिया था। उन्होंने तीन साल से ज़्यादा अर्से बाद मई 2023 में कोरोना वाइरस के ख़ातमे का ऐलान किया था। 2019 के आख़िर में चीन के शहर वूहान में पहली बार इस वाइरस का पता चला था। डब्लयूएचओ ने हुकूमतों पर ज़ोर दिया है कि वो वाइरस की निगरानी और तर्तीब को बरक़रार रखें, सस्ते और काबिल-ए-एतिमाद टेस्ट, ईलाज और वैक्सीन तक रसाई को यक़ीनी बनाएँ।
अमरीकी सदर जो बाईडन कोरोना की चपेट में, इंतिख़ाबी रैलियां मंसूख़
वाशिंगटन : अमरीका के सदर जो बाईडन कोरोना वाइरस से मुतास्सिर हो गए हैं। इसकी तसदीक़ बुध को हुई जिसके फ़ौरी बाद उन्होंने रियासत लास वेगास में उन्होंने इंतेखाबी रैलियों में शिरकत से मना कर दिया।वाइट हाऊस की प्रेस सेक्रेटरी ने एक बयान में कहा कि 81 साला सदर का कोरोना वाइरस टेस्ट मुसबत (पाजीटिव) आया है, उन्हें वबा की हल्की अलामात हैं। सदर ने कोरोना वाइरस से बचाव की वैक्सीन लगवा ली है। फिलहाल वे क्वारेंटीन रहेंगे। सदर बाईडन ने हाल ही में कई तक़रीबात में शिरकत की थी जिसके बाद उनका कोविड टेस्ट मुसबत आया है। बयान में कहा गया है कि बाईडन को नज़ला, खांसी और दीगर आम अलामात हैं। डाक्टर के बयान में कहा गया है कि उन्हें वबा की हल्की अलामात हैं।
कोरोना से ज्यादा मौत की वजह क्या है, रिपोर्ट में हक़ीक़त का खुलासा
लंदन : बर्तानिया में कोरोना वबा से नामुनासिब तरीक़े से निमटने के सबब ज़ाइद अम्वात हुईं और मआशी नुक़्सान पहुंचा। ग़ैर मुल्की न्यूज इदारे के मुताबिक़ बर्तानिया में कोरोना इंक्वायरी की रिपोर्ट में बताया गया है कि आलमी सतह की वबाई बीमारी से निमटने की तैयारी ना होने के सबब नुक़्सान पहुंचा, तमाम काविशें इन्फलुएंजा की बीमारी को रोकने की बजाय उसके मुतास्सिरीन से निमटने पर मर्कूज़ थीं।
बर्तानिया ने बाअज़ दीगर ममालिक की तरह सख़्त सरहदी कंट्रोल और वाइरस का सुराग़ लगाकर रोकने के इक़दामात की तक़लीद भी नहीं की। याद रहे कि बर्तानिया में कोरोना की वबा के सबब तक़रीबन 2 लाख 27 हज़ार अफ़राद हलाक हुए थे।
गुजरात में चांदीपूरा वाइरस से 19 बच्चों की मौत
अहमदाबाद : गुजरात में चन्दी पूरा वाइरस का फैलाव बढ़ता जा रहा है। महकमा-ए-सेहत के हुक्काम ने बताया कि बुध को इस वाइरस की वजह से मज़ीद दो मौतों की इत्तिला मिली है। वायरस से पिछले दो हफ़्तों के दौरान मरने वालों की कुल तादाद 19 हो गई है।रियास्ती वज़ीर-ए-सेहत रिषीकेश पटेल ने बताया कि चन्दी पूरा वाइरस की वजह से अरावली के एक बच्चे की मौत की तसदीक़ नेशनल इंस्टीटियूट आफ़ वायरोलोजी (एनआईवी), पूणे से मिली रिपोर्ट के बाद हुई है।
चांदी पूरा वाइरस फ़लू जैसी अलामात के साथ बुख़ार और शदीद इंसेफ़्लाइटिस का सबब बनता है। ये रेत में पाए जाने वाले मच्छरों और मक्खियों के ज़रीये फैलता है। ये वाइरस शुमाली गुजरात के नए इलाक़ों में तेजी से फैल रहा है। गांधी नगर ज़िला के देहगाम ताल्लुक़ा के अमराजी निम्मो अड्डा गांव के सात साला लड़के को चन्दी पूरा वाइरस इंसेफ़्लाइटिस की अलामात की वजह से मंगल को अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में दाख़िल कराया गया था। उसके नमूने जांच के लिए नेशनल इंस्टीटियूट आफ़ वायरोलोजी, पुणे भेजे गए हैं। हुक्काम ने बताया कि ज़िला पंचमहल में एक और मुश्तबा केस की इत्तिला मिली, जहां गोधरा ताल्लुक़ा की एक चार साला लड़की को बुख़ार, उल्टी और दर्द जैसी अलामात के बाद वडोदरा के एसएसजी अस्पताल में दाख़िल कराया गया था।
एक अहलकार के मुताबिक़, रियासत में अब तक कुल 26 मुश्तबा केस रिपोर्ट हुए हैं, जिनमें हालिया हफ़्तों में 14 मुश्तबा अम्वात भी शामिल हैं। रियास्ती वज़ीर-ए-सेहत ने कहा कि ये केस साबिर काँठा, अरावली, मही सागर, खेड़ा, महसाना और राजकोट जिलों से रिपोर्ट हुए हैं। महकमा-ए-सेहत के हुक्काम ने निगरानी की कोशिशें बढ़ा दी हैं। गांधी नगर के मुतास्सिरा गांव में 60 घरों का सर्वे किया गया, लेकिन कोई नया मुश्तबा केस नहीं मिला। रियास्ती महकमा-ए-सेहत इन मुआमलात की तहक़ीक़ात, किसी भी मुम्किना फैलाव को रोकने और मुतास्सिरा अफ़राद के ईलाज के लिए काम कर रहा है।
बच्चों को रेत की मक्खियों से बचाने के लिए उन्हें पूरे आस्तीन की कमीज और पैंट पहनाकर बाहर भेजें। सोते वक़्त मच्छरदानी का इस्तिमाल करें। बुख़ार, क़ै और दर्द जैसी अलामात ज़ाहिर होने पर फ़ौरन हस्पताल से रुजु करने की सलाह दी गई है।