मोहर्रम-उल-हराम - 1446 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
बाप की खुशनूदी में अल्लाह की रजा और बाप की नाराजगी में अल्लाह का गजब है।
- मिश्कवात
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मुहर्रम के 10 दिनों में तकरीर, लंगर, अलाव, अखाड़े और
ताजियादारी के साथ हेल्थ कैंप व एजाजी तकरीब भी
कर्बला में हक के लिए अपनी कुर्बानी देने वाले शहीदों की याद में एक से दस मोहर्रम यानि 8 से 16 जुलाई मंगल तक शहर में तकरीर, लंगर, अलाव, अखाड़े और ताजियादारी के साथ-साथ हेल्थ कैंप व एजाजी तकरीब जैसे मुख्तलिफ प्रोग्राम मुनाकिद होंगे। शिया समुदाय के इमामबाड़े में भी तैयारियां तकरीबन मुकम्मल हो गई है। शहर के मुख्तलिफ हिस्सों में अंजुमनों ने करबला के शहीदों की याद में अलम (झंडा) लगाया और 10 रोज के मुहर्रम की शुरुआत की। इसी तरह अखाड़ों में करतब के लिए प्रेक्टिस शुरू हो गई है। वहीं ताजियेदार इस साल भी अपने-अपने ताजिये बनाने में जुट गए हैं। इस बार भी शहर में उत्तर प्रदेश-बिहार से कारीगर आए हुए हैं।
अंजुमन शहीदीया सुपेला चौक इमामबाड़े में इतवार को फातिहा ख्वानी के बाद मुहर्रम की शुरूआत हुई। यहां अंजुमन से जुड़े नौजवानों ने अखाड़े की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं 10 दिन तक जगह-जगह लंगर भी होगा।
सूफी संत बाबा भोला शफी शाह रहमतुल्लाह अलैह की खानकाह, ग्राम बीरेभाठ, नंदिनी एयरोड्रम के पास भी कर्बला के शहीदों को याद किया जाएगा। इसकी शुरुआत 7 मुहर्रम को अलम (झंडा) लगाने से हुई।
मुहर्रम के मौके पर अंजुमन हुसैनिया कमेटी खुर्सीपार भिलाई में हर साल की तरह इस बार भी कई मुख्तलिफ प्रोग्राम होंगे। अंजुमन कमेटी के सदर हुसैन अली अशरफी ने बताया कि इस साल का प्रोग्राम आले नबी, औलादे अली, फर्जंद-ए-गौसे आजम, हुजूर हजरत सैयद आलमगीर अशरफ, अशरफी उल जिलानी की सरपरस्ती में होगा।
इलाहाबादी पंचायती ताजिया इमामबाड़ा, सड़क 20, जोन—1, खुर्सीपारा में जिक्र-ए-शोहदाए कर्बला 1 से 9 मुहर्रम तक होगा। 8 से 16 जुलाई तक होने वाले इस आयोजन में हजरत अल्लामा मौलाना मुफ्ती कलीमुल्लाह खान रिजवी इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) वाकेआत-ए-कर्बला के मौजूद पर कौम से खिताब करेंगे। इजलास की कयादत हाफिज महमूद रजा, मौलाना जाकिर रजा, हाफिज मोहम्मद इमरान, हाफिज व कारी खालिद नूरानी मक्का मस्जिद निजामी चौक, हाफिज अब्दुल कुद्दूस, मौलाना मोहम्मद इसरार, मोहम्मद आरिफ अशरफ, मौलाना शहजाद आलम, हाफिज महमूद गौहर करेंगे। निजामत कमालुद्दीन अशरफी करेंगे।
उन्होंने बताया कि पांच मोहर्रम 12 जुलाई बरोज पीर की दोपहर बाद नमाज जोहर आलिमा की तकरीर होगी। इसी दिन 12 जुलाई को अंजुमन हुसैनिया की ओर से हेल्थ कैंप लगाया जाएगा, जिसमें माहिर डाक्टर अपनी खिदमत देंगे। 8 मुहर्रम, 15 जुलाई को मआशरे में खुसूसी शराकतदारी करने वाली होशमंद शख्सियतों को एजाज से नवाजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि एक मोहर्रम से 10 मोहर्रम तक रोजाना सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक कुरआन ख्वानी होगी। यहां एक से 9 मोहर्रम तक नमाजे ईशा के बाद रात 9:00 बजे तकरीर शुरू होगी और तकरीर के बाद लंगर का एहतमाम किया जाएगा।