जिल हज्ज-1445 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
तुम जहां भी हो, अल्लाह से डरते रहो और बुराई सरजद हो जाने के बाद नेकी करो ताकि वो उस बुराई को मिटा दे और लोगों के साथ हुश्ने इख्लाक से पेश आओ।
- जामह तिर्मिजी
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File Photo |
✅ लंदन : आईएनएस, इंडिया
इंडोनेशिया के क़रीब कश्ती डूबने से पहले रोहंगया लड़कियों के साथ अमले की ज़्यादती की ख़बर सामने आ रही है। इत्तिला के मुताबिक़ कश्ती पर 18 ख़वातीन और लड़कीयां भी थीं जिनमें 12 साला लड़की शादी के लिए इंडोनेशिया के रास्ते मलाईशीया जा रही थी।
जानकारी के मुताबिक कैप्टन और अमले के अरकान ने शराब और चरस के नशे में उनके साथ ज़्यादती की। इंडोनेशिया की पुलिस ने अमले के तीन अरकान को गिरफ़्तार किया लेकिन कैप्टन और दूसरे अफ़राद बैरून-ए-मुल्क फ़रार हो गए। एक बारह साला रोहंगया लड़की भी कश्ती पर सवार थी, जो बंगला देश से तक़रीबन 140 रोहंगया पनाह गज़ीनों को गै़रक़ानूनी तौर पर इंडोनेशिया ले जा रही थी। लेकिन 12 साला लड़की की मंज़िल मलाईशीया थी, जहां उसे एक ऐसे शख़्स की बीवी बनना था जिसे उसने कभी नहीं देखा था और ना ही उसे ये मालूम था कि वो कौन है।
ये कश्ती इंडोनेशिया के साहिल के क़रीब डूब गई थी जिसकी वजह से इस पर सवार 69 मुसाफ़िर भी डूब गए। ज़िंदा बच जाने वालों में 12 साला लड़की भी शामिल थी। उसकी कहानी कशती उल्टने के वाक़िया से भी कहीं ज़्यादा दहला देने वाली है। जानकारी के मुताबिक कश्ती के कैप्टन और अमले के दूसरे चंद अरकान ने उसे और तीन दूसरी लड़कीयों को मुसलसल ज़्यादती का निशाना बनाया, मारा पीटा और धमकीयां दी। लड़की की शिनाख़्त पोशीदा रखने के लिए उसके नाम का सिर्फ पहला हर्फ़ 'नून इस्तिमाल किया गया है। 'नून ने बताया कि कश्ती पर 140 रोहंगया सवार थे। उसने बताया कि इंडोनेशिया के साहिल के क़रीब कुश्ती के डूबने का वाक़िया सफ़र की तीसरी रात पेश आया। उसने बताया कि वो मियांमार में फ़ौजियों के ज़ुलम-ओ-सितम से अपनी जान बचाने के लिए अपने ख़ानदान के साथ बंगला देश चली गई थी। वहां कई रोहंगया, अपनी बेटियों को शादी के लिए चोरी छिपे मलाईशीया भेज रहे थे।
नून के वालदैन ने उसे भी गै़रक़ानूनी तौर पर मलाईशीया भेजने के लिए इन्सानी स्मगलरों की कश्ती में सवार कर दिया। उसने बताया कि वो अपने वालदैन के बग़ैर अकेली ही नामालूम मंज़िल की जानिब जा रही थी। इस सफ़र का तारीक हिस्सा उस वक़्त शुरू हुआ, जब पनाह गज़ीनों को बंगला देश से लाने वाली कश्ती ने, इंडोनेशिया के एक छोटे जहाज़ के अमले के हवाले कर दिया जिसने उन्हें इंडोनेशिया के साहिल पर उतारना था लेकिन अभी कई रातों का सफ़र बाक़ी था।
इंडोनेशी कप्तान और अमले के अफ़राद ने मर्दों और औरतों को अलग अलग कर दिया। मर्दों को सामान रखने के हिस्से में भेज दिया गया। एक रोहंगया मुसाफ़िर मुहम्मद अमीन ने बताया कि जिस किसी ने भी हुक्म मानने से इनकार किया, उसे मारा पीटा गया। उन्होंने धमकी दी कि उनके पास हथियार हैं और वो इनकार करने वाले को सबक़ सिखाएँगे। 'नून ने बताया कि उसे और चार दूसरी लड़कियों और औरतों को कैप्टन और उसके अमले के छः में से पाँच अरकान ने ज़्यादती का निशाना बनाया। 'नून के मुताबिक़ कैप्टन और उसके साथी रात-भर शराब और चरस पीते रहे और फिर कैप्टन ने मुतालिबा किया कि नई लड़कीयां उस के बेडरूम में लाई जाएं। वो बुरी तरह नशे में धुत था और धमकीयां दे रहा था। उसने कहा कि अगर उसकी बात ना मानी गई तो वो कश्ती को डुबो देगा।
एक और रोहंगया मुसाफ़िर जन्नत अल्लाह ने बताया कि कैप्टन ने सख़्त ग़ुस्से में कुश्ती के पतवार को बड़े ज़ोर से अपने पांव से घुमाया, जिससे कुश्ती का तवाज़ुन बिगड़ किया और वो एक बड़ी लहर में फंस कर हचकोले खाने लगी। मुसाफ़िर मदद के लिए चीख़ने चिल्लाने लगे और दुआएं मांगने लगे। उसी दौरान कश्ती उलट गई और बारह साला बच्ची किसी तरह से कई दूसरे मुसाफ़िरों के साथ कश्ती से निकल कर उसके ऊपर चढ़ने में कामयाब हो गई। उसकी तो जान बच गई लेकिन उसके साथ ज़्यादती का निशाना बनने वाली तीन दूसरी लड़कीयां डूब गईं।
जानकारी के मुताबिक कैप्टन और अमले के अरकान ने शराब और चरस के नशे में उनके साथ ज़्यादती की। इंडोनेशिया की पुलिस ने अमले के तीन अरकान को गिरफ़्तार किया लेकिन कैप्टन और दूसरे अफ़राद बैरून-ए-मुल्क फ़रार हो गए। एक बारह साला रोहंगया लड़की भी कश्ती पर सवार थी, जो बंगला देश से तक़रीबन 140 रोहंगया पनाह गज़ीनों को गै़रक़ानूनी तौर पर इंडोनेशिया ले जा रही थी। लेकिन 12 साला लड़की की मंज़िल मलाईशीया थी, जहां उसे एक ऐसे शख़्स की बीवी बनना था जिसे उसने कभी नहीं देखा था और ना ही उसे ये मालूम था कि वो कौन है।
ये कश्ती इंडोनेशिया के साहिल के क़रीब डूब गई थी जिसकी वजह से इस पर सवार 69 मुसाफ़िर भी डूब गए। ज़िंदा बच जाने वालों में 12 साला लड़की भी शामिल थी। उसकी कहानी कशती उल्टने के वाक़िया से भी कहीं ज़्यादा दहला देने वाली है। जानकारी के मुताबिक कश्ती के कैप्टन और अमले के दूसरे चंद अरकान ने उसे और तीन दूसरी लड़कीयों को मुसलसल ज़्यादती का निशाना बनाया, मारा पीटा और धमकीयां दी। लड़की की शिनाख़्त पोशीदा रखने के लिए उसके नाम का सिर्फ पहला हर्फ़ 'नून इस्तिमाल किया गया है। 'नून ने बताया कि कश्ती पर 140 रोहंगया सवार थे। उसने बताया कि इंडोनेशिया के साहिल के क़रीब कुश्ती के डूबने का वाक़िया सफ़र की तीसरी रात पेश आया। उसने बताया कि वो मियांमार में फ़ौजियों के ज़ुलम-ओ-सितम से अपनी जान बचाने के लिए अपने ख़ानदान के साथ बंगला देश चली गई थी। वहां कई रोहंगया, अपनी बेटियों को शादी के लिए चोरी छिपे मलाईशीया भेज रहे थे।
नून के वालदैन ने उसे भी गै़रक़ानूनी तौर पर मलाईशीया भेजने के लिए इन्सानी स्मगलरों की कश्ती में सवार कर दिया। उसने बताया कि वो अपने वालदैन के बग़ैर अकेली ही नामालूम मंज़िल की जानिब जा रही थी। इस सफ़र का तारीक हिस्सा उस वक़्त शुरू हुआ, जब पनाह गज़ीनों को बंगला देश से लाने वाली कश्ती ने, इंडोनेशिया के एक छोटे जहाज़ के अमले के हवाले कर दिया जिसने उन्हें इंडोनेशिया के साहिल पर उतारना था लेकिन अभी कई रातों का सफ़र बाक़ी था।
इंडोनेशी कप्तान और अमले के अफ़राद ने मर्दों और औरतों को अलग अलग कर दिया। मर्दों को सामान रखने के हिस्से में भेज दिया गया। एक रोहंगया मुसाफ़िर मुहम्मद अमीन ने बताया कि जिस किसी ने भी हुक्म मानने से इनकार किया, उसे मारा पीटा गया। उन्होंने धमकी दी कि उनके पास हथियार हैं और वो इनकार करने वाले को सबक़ सिखाएँगे। 'नून ने बताया कि उसे और चार दूसरी लड़कियों और औरतों को कैप्टन और उसके अमले के छः में से पाँच अरकान ने ज़्यादती का निशाना बनाया। 'नून के मुताबिक़ कैप्टन और उसके साथी रात-भर शराब और चरस पीते रहे और फिर कैप्टन ने मुतालिबा किया कि नई लड़कीयां उस के बेडरूम में लाई जाएं। वो बुरी तरह नशे में धुत था और धमकीयां दे रहा था। उसने कहा कि अगर उसकी बात ना मानी गई तो वो कश्ती को डुबो देगा।
एक और रोहंगया मुसाफ़िर जन्नत अल्लाह ने बताया कि कैप्टन ने सख़्त ग़ुस्से में कुश्ती के पतवार को बड़े ज़ोर से अपने पांव से घुमाया, जिससे कुश्ती का तवाज़ुन बिगड़ किया और वो एक बड़ी लहर में फंस कर हचकोले खाने लगी। मुसाफ़िर मदद के लिए चीख़ने चिल्लाने लगे और दुआएं मांगने लगे। उसी दौरान कश्ती उलट गई और बारह साला बच्ची किसी तरह से कई दूसरे मुसाफ़िरों के साथ कश्ती से निकल कर उसके ऊपर चढ़ने में कामयाब हो गई। उसकी तो जान बच गई लेकिन उसके साथ ज़्यादती का निशाना बनने वाली तीन दूसरी लड़कीयां डूब गईं।