✒ इस्लामाबाद : आईएनएस, इंडिया
साबिक वजीर-ए-आजम मियां नवाज शरीफ दुबई से वापस पाकिस्तान पहुंच गए हैं। वो तकरीबन चार साल बाद लंदन से ब रास्ता दुबई वापस आए हैं। उनका खुसूसी जहाज उनके जां निसार और वफादार पार्टी रहनुमाओं और कारकुनों के अलावा सहाफियों से •ाी लदा हुआ था और काफी देर से तकरीबन दो बजे इस्लामाबाद एयरपोर्ट पर लैंड हुआ।![]() |
Nawaz Shareef |
मियां नवाज शरीफ नवंबर दो हजार उन्नीस में लाहौर से ईलाज के सिलसिले में आठ हफ़्तों के लिए लंदन गए थे। वतन वापसी पर उन्होंने इमीग्रेशन मुकम्मल होने के बाद अपनी लीगल टीम से कानूनी मुशावरत (सलाह) की और इतमीनान हासिल किया। नवाज शरीफ के पासपोर्ट पर पाकिस्तान में दाखिले की मुहर लगा दी गई। नवाज शरीफ ने एवन फील्ड और अल अजीजीया रेफरेंसेंस में सजा के खिलाफ अपील बहाल करने की दरखास्त पर दस्तखत कर दिए। नवाज शरीफ की कानूनी टीम ने एवन फील्ड और अल अजीजीया रेफरेंसेंस में सजा के खिलाफ अपीलें बहाल करने की दरखास्त तैयार की थी। मियां नवाज शरीफ को उनके खानदान और जमात के लोगों की चंद हफ़्ते कब्ल यही राय सामने आई थी कि अगर मियां नवाज शरीफ ने अब •ाी वतन वापसी का फैसला ना किया तो नवाज लीग की सियासी पोजीशन पर निहायत बुरे असरात का खतरा है, हत्ता कि (यहां तक कि) सूबा पंजाब और लाहौर में •ाी उनकी जमात के लिए अवामी और इंतिखाबी मुश्किलात पैदा होने का खदशा था। मुस्लिम लीगी जराइआ का इस पस मंजर में कहना था कि अब मियां नवाज शरीफ की वतन वापसी में कोई रुकावट नहीं आएगी।
साबिक वजीर-ए-आजम मियां नवाज इस्लामाबाद से लाहौर पहुंचने के बाद लाहौर के तारीखी मीनार पाकिस्तान की ग्राउंड में पाकिस्तान•ार से इकट्ठे किए गए अपने हिमायतियों के इजतिमा से खिताब करेंगे। बताया गया है कि वो अपने नए सियासी बयानीए और स्टेब्लिशमेंट और अदलिया के बारे में •ाी अपने पुराने और नए मौकिफ को मिला कर एक नया मौकिफ •ाी पेश कर सकते हैं। उनकी वतन वापसी के बाद मुस्लिम लीग नवाज की सियासत के एक नए दौर का अगाज होगा। ताहम ये कहना फिलहाल मुश्किल है कि उनकी जमात की सियासत उनके माजी और उनकी माजी की हुकूमतों से कितनी मुख़्तलिफ होगी। मुस्लिम लीगी जराइआ के मुताबिक इसका बड़ा इन्हिसार मुल्क के अंदर ऐलानिया और गैर ऐलानिया फैसला साजों पर है कि वो मुल्की सियासत को किस रुख पर और कैसा देखना चाहते हैं।
दूसरी जानिब लाहौर के तारीखी मीनार पाकिस्तान ग्राउंड के जलसे का माहौल बताएगा, जहां कई माह की तैयारी के बाद हाजिरीन के लिए मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक लग•ाग चालीस हजार कुर्सियाँ लगाई गई हैं। बताया जा रहा है कि ये एक बड़ा इस्तकबालिया जलसा होगा। नवाज शरीफ चौथी बार वजीर-ए-आजम बनने के लिए पुर उम्मीद हैं। उन्होंने अपने तय्यारे को उम्मीद पाकिस्तान का नाम दिया है।