29 शव्वालुल मुकर्रम 1444 हिजरी
सनीचर, 20 मई, 2023
------------------------------
मुंबई : आईएनएस, इंडिया महाराष्ट्र के साबिक वजीर और रियास्ती कांग्रेस के वर्किंग सदर एमए नसीम खान ने आइन्दा हज के लिए इस साल का कोटा कम करने और मुस्लिम आजमीन को मुख़्तलिफ खिदमात फराहम करने के लिए भारी फीसें आइद करने के हुकूमती इकदाम पर तन्कीद की है। वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी को लिखे खत में नसीम खान ने कहा कि इससे कबल हिन्दोस्तान को हज कमेटी आफ इंडिया की तरफ से आजमीन कोटा 200000 से ज्यादा था, जिसे कम कर के अब तकरीबन 150000 कर दिया गया है। उन्होंने वजीर-ए-आजम को बताया कि बकीया कोटा निजी टूर आॅप्रेटर्ज को दिया गया है जो हज के लिए 500000 रुपय से 1000000 रुपय फी शख़्स तक भारी रकम वसूल कर रहे हैं। खान ने हज कमेटी के मुल्क के मुख़्तलिफ मुकामात से आजमीन के लिए मुख़्तलिफ मद में रकम वसूल करने के फैसले पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि हज कमेटी महाराष्ट्र से मुख़्तलिफ मुकामात पर भारी फीस हासिल करती है, मसलन मुंबई में 304843 रुपय, नागपुर में 367044 रुपय, औरंगाबाद में 392738 रुपय, जो कि गैर मुंसिफाना है। नसीम खान ने दावा किया कि आजमीन को 2019 से पहले दी गई कुर्बानी की फीस जैसे दीगर फवाइद से भी महरूम किया जा रहा है, लेकिन जब उन्होंने ये मुआमला हज कमेटी के अराकीन के साथ उठाया तो उन्होंने कहा कि तमाम इख़्तयारात अकल्लीयती उमूर की वजारत ने वापिस ले लिए हैं। कांग्रेस लीडर ने हुज्जाज कराम के लिए सऊदी अरब में मक्का और मदीना में होटलों की बुकिंग में घोटाले की तरफ भी इशारा किया। सऊदी अरेबियन एयर लाईन्ज की तरफ से पेश करदा रियायती टिकट अब निजी एयर लाईन्ज के जरीये ज्यादा नर्खों पर बेचे या किराए पर दिए जा रहे हैं। नसीम खान ने वजीर-ए-आजम से अपील की है कि इसकी वजह से महाराष्ट्र और हिन्दोस्तानभर में आजमीन और मुस्लमानों में बरहमी पाई जा रही है। उन्होंने वजीरे आजम से दरखास्त की है कि वे खुद जाती तौर पर इस मुआमले को देखें और मुताल्लिका वजारत को मुनासिब हिदायात दें। ख़्याल रहे कि इस साल हज का आगाज 26 जून से होगा और हिन्दोस्तान के मुख़्तलिफ हिस्सों से सऊदी अरब के लिए पहली परवाज 21 मई से शुरू होगी।