मोहम्मद हासम अली : अजमेर
हजरत ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती, ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्लाह अलैह के 811 वें उर्स के मौके पर पीर को उर्सपाक का पैगाम देने दिल्ली के महरौली हजरत कुतबुद्दीन बख्तियार काकी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह से 500 किलोमीटर पैदल सफर कर मलंग कलंदरों का दल अजमेर पहुंचा जहां अन्जुमन मोहिब्बाने अहले बैत की जानिब से मलंगों का गुलपोशी कर इस्तकबाल किया गया। इस मौके पर तंजीम के सदर अहसान मिर्जा, सैय्यद हक नवाज चिश्ती, सैय्यद गुलजार हुसैन, हाजी मोहम्मद इकबाल, असवद अली, सलमान, सैय्यद दुर्रेज जमाली, अली कौसेन मिर्जा वगैर मौजूद थे। तंजीम की जानिब से लंगर का एहतेमाम किया गया था।