धन लाभ और विधा के सदुपयोग के लिए लौंग और इलाइची के साथ कर रहे परिक्रमा


नई तहरीक : दुर्ग
 

दुर्गा मंदिर, सत्तीचौरा में जारी 9 कुंडीय शतचंडी महायज्ञ में क्वांर नवरात्र पर्व पर यज्ञ के दूसरे दिन मंगलवार को सुबह 9 बजे से ही सैकड़ों धर्मप्रेमियों ने अपनी मनोकामना के अनुसार वांछित समाग्री के साथ यज्ञ स्थल की परिक्रमा की। 

समिति के अध्यक्ष अशोक राठी ने बताया कि श्री सत्तीचौरा माँ दुर्गा मंदिर, गंजपारा में क्वांर नवरात्र पर्व पर 26 सितंबर से 4 अक्टूबर तक 9 कुंडीय शतचंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया है। आयोजन के दूसरे दिन आचार्य दिवाकर शास्त्री जी के सानिध्य में 20 विद्वान आचार्यों द्वारा यज्ञ करवाया गया जिसमें शहर के धर्मप्रेमियों ने अलग-अलग समाग्री से यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। इस दौरान आचार्य दिवाकर शास्त्री ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने के लाभ एवं वांछित मनोकामना की सफलता के लिए उपाय बताए। 


महायज्ञ में प्रदक्षिणा (परिक्रमा) के नियम 

यज्ञ मंडप के अंदर पुरुषों के लिए धोती एवं महिलाओं के लिए नीली अथवा काली साड़ी या सूट पहनने को अनिवार्य किया गया है। इसके बिना यज्ञ में आहुति देने के लिए भीतर नहीं जाने दिया जाएगा। 

इस तरह करें परिक्रमा 

विद्यार्थी

विद्या लाभ के लौंग, इलायची, गुलाब के फूल या तुलसीदल के साथ परिक्रमा करें। 

रोगार्थी

पुरानी, जटिल बीमारी से मुक्ति पाने के लिए  काजू, बादाम, छुआरा या मूंगफली का दाना लेकर परिक्रमा करें। 

धनार्थी

धन वृद्धि एवं धन के सदुपयोग की कामना के लिए एक जैसे  1, 2, 5, 10, 20, 50 सिक्के या रुपए लेकर परिक्रमा करे। 

फलार्थी

संतान प्राप्ति और विवाह की कामना के लिए ऋतुफल लेकर परिक्रमा करें संतान प्राप्ति की कामना वाले दंपति अंत में आपस में दो फल उठाकर एक-दूसरे को एक-एक फल खिलावे एवं विवाह की कामना वाले दो फल उठाकर ग्रहण करें।

मोक्षार्थी

तुलसी माला भगवान या माता के नाम के सुमिरन के साथ परिक्रमा करें, अंत में डालियों में से तुलसीदल प्रसादी के रूप में ग्रहण करें।

इन सामग्री के साथ परिक्रम करने वाले धर्मपे्रमी अंत की 2 परिक्रमा की सामग्री घर ले जाकर ग्रहण करें, उपयोग करें।

मंगलवार को यज्ञ में महिलाओं की उपस्थिति अधिक रही। यज्ञ के चारो तरफ परिक्रमा करने महिलाएं बड़ी संख्या में पहुँच रही हैं। मंगलवार को यज्ञ स्थल पर विशेष रूप से पायल कुंमाट, अनिता अग्रवाल, मनीषा राठी, शांता देवी भूतड़ा, ममता टावरी, अर्चला शर्मा, सरिता शर्मा, नीलम पंडा, सुमन शर्मा, प्रतिभा गुप्ता, प्रज्ञा शर्मा, मधु गुप्ता, चंचल शर्मा, श्रद्धा सोनी (पार्षद), सरोज जोशी, गायत्री शर्मा, प्रभा शर्मा, किरण शर्मा, किरण सेन, प्रेमलता शर्मा, कुलेश्वरी जायसवाल सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्य और धर्मप्रेमी उपस्थित थे। 

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