तेहरान में 'मर्ग बर आमर’ की गूंज, स्कूलों में हड़ताल की अपील


2019 में ईंधन की कीमत में इजाफे के खिलाफ होने वाले मुजाहिरों के बाद ईरान का सबसे बड़ा एहतिजाज 
एहतेजाज दर्ज कराने सरे आम अपने सिरों के बाल काटे, हिजाब जलाया

तेहरान : आईएनएस, इंडिया

ईरान में हिजाब को लेकर जारी बड़े पैमाने पर मुजाहिरे पीर को दसवें रोज में दाखिल हो गए। अब तक एहतिजाज में कमी आने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। अरन इंटरनेशनल नेटवर्क के मुताबिक ईरानी टीचर्ज यूनीयंज की को-आर्डेनिंग काउंसिल ने असातिजा और तलबा से पीर और बुध को स्कूल ना जाने की अपील कर दी। काउंसिल ने अपने बयान में कहा कि वे अवामी मुजाहिरों को दबाने, स्कूलों को फौजी बैरकों में तबदील करने और सड़कों पर तलबा और मुजाहिरीन की गिरफ़्तारी की मुजम्मत करते हैं। इतवार की शाम तेहरान और मुल्क के शुमाल (उत्तर) और मगरिब (पश्चिम) के दीगर शहरों में मजहबी रियासत मुस्तर्द और ‘मर्ग बर आमिर’ (मौत क्रूर है) के नारों की गूंज सुनाई दी। 

16 सितंबर को मुजाहिरे शुरू होने के बाद से शुमाल में एक सूबे में 700 से जाइद अफराद को गिरफ़्तार किया जा चुका। पूरे मुल्क में गिरफ़्तार किए गए अफराद की तादाद इससे ज्यादा है। एक तस्दीकशुदा इत्तिला के मुताबिक इस एहितजाजी लहर में मुजाहिरीन और सिक्योरिटी फोर्सिज के 41 अफराद हलाक हो चुके हैं। एएफपी के मुताबिक ये तादाद ज्यादा भी हो सकती है, क्योंकि ओस्लो में कायम गैर सरकारी तंजीम ईरान हियूमन राइट्स ने ऐलान किया है कि कम अज कम 57 मुजाहिरीन को मार दिया गया है। ख़्याल रहे, ईरान में हालिया एहतिजाज 16 सितंबर को उस वक़्त शुरू हुआ था जब एक 22 साला खातून महसा अम्मीनी को ना-मुकम्मल हिजाब करने के इल्जाम में ईरानी अखलाकी पुलिस ने गिरफ़्तार किया और बाद में दौराने हिरासत महसा अम्मीनी की मौत हो गई थी। महसा की मौत के बाद शुरू होने वाले ये एहितजाजी मुजाहिरे 2019 में ईंधन की कीमत में इजाफे के खिलाफ होने वाले मुजाहिरों के बाद सबसे बड़ा एहतिजाज है। राइटर्ज के मुताबिक 2019 के इन मुजाहिरों में 1500 अफराद हलाक हो गए थे। अब महसा अम्मीनी की मौत के बाद ईरानभर में गम-ओ-गुस्सा की लहर दौड़ गई है। लोगों ने शख़्सी आजादियों और खवातीन के लिबास से मुताल्लिक पाबंदियों पर गुस्सा का इजहार किया है। मआशी बोहरान और हुकूमत की जानिब से नाफिज सख़्त कवानीन से भी ईरानियों में इश्तिआल (बेचैनी) है। हालिया मुजाहिरों में खवातीन ने भी बड़े पैमाने पर हिस्सा लिया। बाअज एहितजाजी खवातीन ने सिर पर लिए गए दुपट्टों को नजर-ए-आतिश करके भी अपना एहतिजाज रिकार्ड कराया है। बाअज खवातीन ने सरे आम अपने बाल काट डाले। 


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