हरमैन शरीफैन मामलों के सरबराह शेख डाक्टर अब्दुर्रहमान ने 'इमाम वेबसाइट’ बनाने की हिदायत की है। ये एक ऐसी वेबसाइट होगी, जिसमें हरमैन शरीफैन के अइम्मा किराम (इमामों) की तकारीर, खुतबात और किरआत का रिकार्ड रखा जाएगा। इस इकदाम के कयाम का मकसद दुनियाभर के मुस्लमानों के लिए हरमैन शरीफैन में होने वाले खुतबात और तिलावत की हमावकत मौजूदगी को यकीनी बनाना है।
उन्होंने दो मुकद्दस मसाजिद के इमामों के इल्मी अस्बाक (दर्स हरीस व कुरान), तकारीर और किरात को महफूज करने और इमाम इलैक्ट्रॉनिक एप्लीकेशन के जरीये सारिफीन के लिए दस्तयाब करने की एहमीयत पर जोर दिया। इस तरह जाइरीन को जदीद डीजीटल प्लेटफार्मज से फायदा उठा कर तमाम खिदमात तक रसाई के काबिल बनाना और हरमैन शरीफैन का पैगाम पूरी दुनिया तक पहुंचाना है। काबिल-ए-जिÞक्र है कि इमाम की वेबसाइट एक जामा डीजीटल लाइब्रेरी और यूट्यूब चैनल पर मुश्तमिल होगी जिसमें मस्जिद हराम और मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के अइम्मा (इमामों) और मुबल्लगीन (प्रचारकों) की तमाम करात, खुतबात, अस्बाक (दर्स) और तहरीरों का जखीरा मौजूद होगा।