भिलाई। सावन के पवित्र माह के अवसर पर भारत की संस्कृति और तीज त्योहारों को घर-घर तक पहुंचाने के अलावा पर्वों की महत्ता बताने और लोगों को जागरूक करने की एक कोशिश के तहत 24 जुलाई रविवार को होटल इम्पेरियन एंड रिसोर्ट नेहरू नगर में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय द्वारा सावन महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमे प्रदेशभर से भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की पदाधिकारी एवं सांस्कृतिक, खेल, सामाजिक एवं विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं सम्मिलित हुईं इनमें भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, प्रदेश महिला मोर्चा महामंत्री विभा अवस्थी, भावना बोहरा, पूजा वधानि, मीनल चौबे, रचना अग्रहरी, डॉक्टर संध्या मदन मोहन, सीता साहू, सकुन देवांगन, बानी सोनी सहित अन्य समाज की महिलाएं शामिल थीं। इस अवसर पर महिलाओं के लिए गीत-संगीत के अलावा कई प्रकार की प्रतियोगिताएं हाउजी, सोलह सिंगार, सेल्फी, रैंप वॉक, डांस आदि संपन्न हुई। छत्तीसगढ़ी नेत्री मोना सेन ने अपने गीतों से समा बांधा। महिलाओं ने अपनी छुपी हुई कला का प्रदर्शन किया और इसमें उत्साहित होकर हर चीज में भाग लिया। सुशील पांडे द्वारा यह बहुत ही अच्छा प्रयास था, जो भारतीय संस्कृति के और नजदीक लेकर जाता है।
भिलाई। सावन के पवित्र माह के अवसर पर भारत की संस्कृति और तीज त्योहारों को घर-घर तक पहुंचाने के अलावा पर्वों की महत्ता बताने और लोगों को जागरूक करने की एक कोशिश के तहत 24 जुलाई रविवार को होटल इम्पेरियन एंड रिसोर्ट नेहरू नगर में राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय द्वारा सावन महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमे प्रदेशभर से भारतीय जनता पार्टी की महिला मोर्चा की पदाधिकारी एवं सांस्कृतिक, खेल, सामाजिक एवं विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं सम्मिलित हुईं इनमें भाजपा प्रदेश मंत्री उषा टावरी, पूर्व महापौर चंद्रिका चंद्राकर, प्रदेश महिला मोर्चा महामंत्री विभा अवस्थी, भावना बोहरा, पूजा वधानि, मीनल चौबे, रचना अग्रहरी, डॉक्टर संध्या मदन मोहन, सीता साहू, सकुन देवांगन, बानी सोनी सहित अन्य समाज की महिलाएं शामिल थीं। इस अवसर पर महिलाओं के लिए गीत-संगीत के अलावा कई प्रकार की प्रतियोगिताएं हाउजी, सोलह सिंगार, सेल्फी, रैंप वॉक, डांस आदि संपन्न हुई। छत्तीसगढ़ी नेत्री मोना सेन ने अपने गीतों से समा बांधा। महिलाओं ने अपनी छुपी हुई कला का प्रदर्शन किया और इसमें उत्साहित होकर हर चीज में भाग लिया। सुशील पांडे द्वारा यह बहुत ही अच्छा प्रयास था, जो भारतीय संस्कृति के और नजदीक लेकर जाता है।