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आजमीन-ए-हज्ज को 12 जबानों में देंगे फूड मसनूआत की जानकारी


रियाद :
सऊदी अरब की फूड एंड ड्रग अथार्टी ने जद्दा के शाह अब्दुल अजीज बैन-उल-अकवामी हवाई अड्डे और मदीना मुनव्वरा के शहजादा मुहम्मद बिन अब्दुल अजीज हवाई अड्डे पर आगाही के दो विंग्ज तैयार किए हैं ताकि आजमीन-ए-हज्ज को खाने पीने की अश्या (चीजों) के बारे में आगाही फराहम की जा सके और हज के मौके़ पर उनकी सेहत की हिफाजत को यकीनी बनाने में उनकी मदद की जा सके। 

फूड अथार्टी ने आजमीन हज को मालूमात और इलमी मश्वरे फराहम करने लिए 12 जबानों में रहनुमाई की सहूलत फराहम की है। आजमीन-ए-हज्ज को अरबी के अलावा अंग्रेजी, फ्रÞांसीसी, उर्दू, हिन्दी, बंगाली, मलयाली, बहासा (इंडोनेशियाई) और तुर्की के साथ साथ इस साल पहली बार तीन नई जबानों इस्पानवी, रूसी और चीनी में भी रहनुमाई फराहम की जाएगी। जिनमें हज के दौरान खाने पीने, अदवियात (दवा), आलात और तिब्बी मसनूआत के शोबों में बेदारी के पैगामात फराहम किए गए हैं। उनका मकसद हुज्जाज किराम को तालीम देना है ताकि हज के दौरान आजमीन को मनासिक खुराक और अदवियात की फराहमी से उनकी सेहत की जमानत दी जा सके। सऊदी अरब की फूड एंड ड्रग्ज अथार्टी की जानिब से हज के मौके़ पर आजमीन की खाने पीने की मसनूआत के बारे में रहनुमाई के लिए बाकायदा वर्कशाप का भी एहतिमाम किया जाता है।



 

40 हजार आजमीन-ए-हज्ज ने तवाफ कदूम अदा कर लिया

सऊदी अरब की वजारत-ए-हज व उमरा के जेर-ए-एहतिमाम अर्बाबुल तवाइफ राबिता मर्कज के तवाफ प्रोग्राम के तहत 40,000 से जाइद आजमीन-ए-हज्ज ने तवाफ कदूम के मनासिक (रस्में) अदा की। इन आजमीन-ए-हज्ज में ज्यादातर यूरोप, अमरीका, आस्ट्रेलिया, अरब ममालिक, गैर अरब और अफ्रÞीकी मुल्कों और जुनूब मशरिकी एशिया के ममालिक के मुस्लमान शामिल हैं जो इस साल 1443 हिजरी के मनासिक हज अदा करने के लिए मक्का मुअज्जमा पहुंचे हैं। सेंटर्ल तवाफ प्रोग्राम के निगरां डाक्टर उसमान कुजाज ने बताया कि हज की जिÞम्मेदारीयों के लिए जरूरी मंसूबे और तरीका-ए-कार ब शमूल तर्बीयत याफताह इंसानी कैडर्ज की फराहमी और तवाफ कंपनियों के हुज्जाज के लिए ग्रुप बंदी का मन्सूबा तैयार करना, तवाफ कदूम को आसानी के साथ मुकम्मल कराना और तवाफ के दौरान आजमीन-ए-हज्ज को हर मुमकिन सहूलत और आसानी मुहय्या करना हमारी बुनियादी जिÞम्मेदारी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस प्रोग्राम पर अमल दरआमद के लिए मस्जिद हराम के दरवाजों पर चार इन्सानी मराकज कायम किए गए हैं। उन्हें शाह अब्दुल अजीज गेट, शाह फहद गेट, शाह अब्दुल्लाह गेट और बाबुस्सलाम में तकसीम किया गया है। डाक्टर कुजाज ने बताया कि अब तक तवाफ कदूम अदा करने वाले आजमीन की तादाद 40,000 हजार से जाएद हो चुकी है। उनमें 520 आजमीन अरब ममालिक से ताल्लुक रखते हैं। अफ्रÞीकी ममालिक से 450, जुनूब मशरिकी एशिया के 32,000 के अलावा आजमीन-ए-हज्ज तुर्की, यूरोप, अमरीका और आस्ट्रेलिया के तकरीबन 7400 आजमीन-ए-हज्ज ने तवाफ कदूम अदा किया है।


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