- सबसे ज्यादा इंडोनेशिया से 1 लाख 51 हजार लोग करेंगे हज
- सउदी अरब से 1 लाख 50 हजार
- हिंदूस्तान से 79 हजार 237
- वबाई मर्ज कोरोना के चलते बाहरी लोगों के हज पर लगी थी पाबंदी
आरिफ कुरैशी. अजमेर
इस बार हज के मुकद्दस सफर में हिंदूस्तान समेत दुनियाभर के 126 देशों के 10 लाख खुशनसीब हज की सआदत से मालामाल हो सकेंगे। हालांकि यह तादाद गुजिश्ता सालों की बनिस्बत काफी कम है। गुजिश्ता सालों में तकरीबन 25 लाख लोगों को हज की सआदत नसीब होती थी। इस बार वबाई मर्ज कोरोना की वजह से आधे से भी कम लोगों को यह मौका नसीब हो रहा है। कोरोना के चलते गुजिश्ता दो सालों से बाहरी लोगों के सउदी सफर पर पाबंदी लगी थी। इस दौरान अलामती तौर पर हज के अरकान अदा किए जा रहे थे। इस बार भी सउदी हुकूमत ने जरूरी बंदिशों के साथ सफर की इजाजत दी है।
इस साल हिंदूस्तान से सफर-ए-हज के लिए 79 हजार 237 लोगों का कोटा मुतअय्यन हुआ है। हालांकि यह तादाद दुनियाभर के आजमीन-ए-हज में दूसरे नंबर पर है। इस साल के 10 लाख आजमीन-ए-हज में सबसे ज्यादा तीन मुल्कों इंडोनेशिया, पाकिस्तान के अलावा हिंदूस्तान भी शामिल है। तीनों मुल्कों के हाजियों की तादाद 2 लाख 60 हजार 420 हैं। इनमें सबसे ज्यादा इंडोनेशिया से 1 लाख 51 हजार, सउदी अरब से 1 लाख 50 हजार, पाकिस्तान से 81 हजार 132 और हिंदूस्तान से 79 हजार 237 लोग शामिल हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा तादाद 1994 राजस्थान के लोग हैं। और सबसे कम तादाद अंगोला से सिर्फ 23 लोग हैं। हिंदूस्तान से आजमीन-ए-हज की रवानगी का सिलसिला 31 मई से शुरू हो जाएगा।
126 देशों के 10 लाख लोग
इस बार सऊदी अरब हुकूमत ने 65 साल तक के आजमीन हज को इजाजत दी है। हुकूमत ने पूरी दुनिया से 126 देशों के 10 लाख लोगों का कुल कोटा जारी किया है। मुस्लिम आबादी वाले दुनिया के तीन बड़े देशों इंडोनशिया, हिंदूस्तान और पाकिस्तान का कोटा सबसे ज्यादा है। हालांकि यह कोराना काल से पहले की मुनासबत काफी कम है।
इन मुल्कों के आजमीन-ए-हज की तादाद 60 हजार से कम
बंग्लादेश 57585
नाईजीरिया 43008
ईरान 38481
तुर्की 37770
मिश्र 35375
इन मुल्कों से 20 हजार से कम
इथोपिया 19619
अल जजाइर 18691
ईराक 15252
सूडान 14487
अलमगरिब 15395
मलेशिया 14306
अफगानिस्तान 13582
तंजानिया 11476
यमन 10981
उज्बेकिस्तान 10865
रूस 11318
इन मुल्कों से 1 हजार से भी कम लोग पहुंचेगे
जांबिया 905
लेबनान फिलस्तीन 679
ब्रुनई 453
सिंगापुर 407
अलबानिया 905
क्रोएशिया 706
मॉरीशस 679
नेपाल 543
जार्जिया से सिर्फ 36 लोग
जापान 81
स्टोनिया 77
पुर्तगाल 45
अंगोला 23
ओक्रेन 91
बोत्सवाना 29
जॉर्जिया 36 रवांडा 38
रोमानिया 79
जिंबाबवे 68
वियतनाम 45
वेनेजुएला 91
और मेडागास्कर से 68 लोग करेंगे तवाफ-ए-काबा
राजस्थान से इस बार 2 हजार से भी कम
कोरोना काल से पहले राजस्थान से करीब 6 हजार आजमीन हज पर जाते रहे हैं। लेकिन इस बार यह आंकड़ा 2 हजार से भी कम है। राजस्थान हज कमेटी के अधिशाषी अधिकारी मोहम्मद महमूद अली खान ने बताया कि इस बार 1994 लोगों का कोटा मिला है। राजस्थान के आजमीन का नंबर 31 मई से शुरू होने वाली पहली फ्लाइट में आएगा या इसके बाद वाली में आएगा यह डिसाइड होना बाकी है। 2019 में राजस्थान से 6786 और 2018 में 5800 आजमीन हज के लिए गए थे।
2019 में 25 लाख आजमीन हज पर गए थे
खादीमुल हुज्जाज हाजी मोहम्मद महमूद खान ने बताया कि कोरोना जिस साल शुरू हुआ था, यानी 2019, उस साल दुनिया के 150 देशों से 25 लाख लोगों ने हज किया था। इससे कब्ल 2018 में करीब 23 लाख लोग हज पर गए थे। 2020 में गिने चुने लोगों को ही हज की इजाजत दी गई। कोरोना महामारी को देखते हुए जून 2021 में सऊदी अरब ने हज के लिए केवल 60 हजार लोगों को ही इजाजत दी, ये लोग भी वे थे जो सऊदी अरब में रह रहे थे।
2014 से 2016 में भी कम रहे थे हाजी
हरम शरीफ का दायरा बढ़ाने के लिए मक्का में हुए ताअमीराती काम के चलते 2014 से 2016 तक सबसे कम लोगों को हज करना नसीब हुआ। तीन सालों में मुल्क का कोटा 94 हजार तक सिमट गया था। ताअमीरी काम की वजह से मुल्क के कोटे से करीब 31 हजार तक सीटें घटा दी गई थीं।
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