मोहम्मद हासम अली
अजमेर : ख्वाजा साहब के 810 वें सालाना उर्सपाक की कामयाबी पर अजमेर बारहदरी एकता यूनियन समिति की जानिब से शुक्राने की चादर पेश की गई। समिति के सदर ने बताया कि पिछले कई सालों से ख्वाजा साहब के उर्स के बाद आॅटो रिक्शा व टैक्सी चालक की जानिब से ख्वाजा साहब की दरगाह में चादर पेश की जाती है। उनकी जानिब से निकाले गए चादर के जुलूस में सभी मजहब व अकीदे के लोग शामिल होते हैं। समिति के अहलकारों ने बताया कि चादर निकालने से पहले चालकों के संघ की जानिब से बारहदरी पर लंगर का का एहतेमाम किया जाता है। शाम को बारहदरी से चादर का जुलूस बैंड बाजा व ढोल के साथ शुरू होता है जो फव्वारा सर्किल, गंज, दिल्ली गेट, धानमंडी, दरगाह बाजार होता हुआ ख्वाजा साहब की दरगाह पहुंचता है जहां ख्वाजा साहब की मजार पर चादर पेश कर शुक्राना अदा किया जाता है। इसी के साथ देश में कौमी एकता और भाईचारे के लिए खास तौर दुआ की जाती है।