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जहां ग़ैर मुस्लिमों को दाख़िले की इजाज़त नहीं वहां अब दीगर मुल्कों के ताजिर भी कर सकेंगे इन्वेस्ट

 शाअबान अल मोअज्जम, 1446 हिजरी 


  फरमाने रसूल ﷺ  

"जो कोई नजूमी (ज्योतिश) के पास जाए फिर उससे कुछ पूछे तो उसकी चालीस रात की नमाज़े क़ुबूल न होगी।"
- मुस्लिम

जहां ग़ैर मुस्लिमों को दाख़िले की इजाज़त नहीं वहां अब दीगर मुल्कों के ताजिर भी कर सकेंगे इन्वेस्ट

✅ रियाद : आईएनएस, इंडिया 

सऊदी अरब ने मुस्लमानों के मुक़द्दस शहरों मक्का और मदीना में जायदाद रखने वाली मुक़ामी कंपनियों में ग़ैर मुल्कियों को सरमायाकारी (इन्वेस्टमेंट) की इजाज़त दे दी है। इस इक़दाम के बाद ग़ैर मुल्की अफ़राद ऐसी मुक़ामी कंपनियों में भी सरमायाकारी कर सकेंगे जो अपनी आमदन के लिए हज-ओ-उमरा और ज़ियारात पर इन्हिसार करती हैं। 

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    सऊदी अरब में कारोबारी सरगर्मियों के निगरान इदारे कैपिटल मार्केट अथार्टी (सीएमए) ने पीर को कहा है कि इस इक़दाम का मक़सद मक्का और मदीना में जारी और मुस्तक़बिल के मन्सूबों के लिए ग़ैर मुल्की सरमाया कारी लाना है। बयान के मुताबिक़ ग़ैर मुल्की सरमाया कारी मक्का और मदीना की हदूद में जायदाद रखने वाली सिर्फ सऊदी लिस्टड कंपनियों में की जा सकेगी और ग़ैर मुल्की हिस्सेदार 49 फ़ीसद से ज़ाइद शेयर्ज़ नहीं ख़रीद सकेंगे। 

जहां ग़ैर मुस्लिमों को दाख़िले की इजाज़त नहीं वहां अब दीगर मुल्कों के ताजिर भी कर सकेंगे इन्वेस्ट


    वाजेह रहे कि मक्का और मदीना में ग़ैर मुस्लिमों को दाख़िले की इजाज़त नहीं है। सऊदी अरब दुनिया में सबसे ज़्यादा तेल बरामद करने वाला मुल्क है। हालांकि गुजिश्ता बरसों के दौरान वहां सिर्फ तेल पर इन्हिसार के बजाय दीगर शोबों में तरक़्क़ी के लिए मआशी इस्लाहात मुतआरिफ़ कराई जा रही हैं। इन इस्लाहात के तहत ग़ैर मुल्की सरमाया कारी और सयाहत (पर्यटन) के शोबों को फ़रोग़ देने के लिए पालिसीयां लाई गई हैं। 

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    हर साल हज-ओ-उमरा के लिए लाखों अफ़राद मक्का आते हैं। सऊदी हुकूमत ने मक्का में कई बड़े तरक़्क़ीयाती मंसूबे शुरू कर रखे हैं जिनका हदफ़ 2030 तक हज-ओ-उमरा ज़ाइरीन की तादाद सालाना तीन करोड़ अफ़राद तक लेकर जाना है। सऊदी अरब के सरकारी सरमाया कारी फ़ंड से तैयार होने वाले एक मंसूबे 'मिसा्र के तहत मक्का में 40 हज़ार नए होटल के कमरे तैयार किए जा रहे हैं। 
    कोरोना वबा से क़बल साल 2019 के आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ हज-ओ-उमरा से सऊदी अरब को 12 अरब डालर की आमदन हुई थी।



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