शाअबान अल मोअज्जम, 1446 हिजरी
﷽
फरमाने रसूल ﷺ
"तुम अपने लिए भलाई के अलावा कोई और दुआ ना करो क्योंकि जो तुम कहते हो उस पर फरिश्ते आमीन कहते है।"
- मुस्लिम
नक्शा पास कराए बिना बना दी मस्जिद
ईदगाह में हो रही थी शादी की तकरीब
✅ कुशीनगर : आईएनएस, इंडिया
यूपी के कुशीनगर में मदनी मस्जिद पर बुलडोज़र चला दिया गया। दरहक़ीक़त मस्जिद का कुछ हिस्सा सरकारी ज़मीन पर बनाया गया था जिसकी वजह से मस्जिद को बुल्डोज़ कर दिया गया।मालूमात के मुताबिक़ ये मस्जिद नक़्शा मंज़ूर कराए बग़ैर तामीर की गई थी। ऐसे में अब मस्जिद को मुनहदिम कर दिया गया है। आपको बताते चलें कि इस मुआमले में शिकायत मिलने बाद 18 दिसंबर 2024 से इसकी जांच शुरू कर दी गई थी। मदनी मस्जिद की तहक़ीक़ात के दौरान मस्जिद के फ़रीक़ैन को तीन बार नोटिस भेजे गए लेकिन उन्होंने उनका जवाब नहीं दिया। उसके बाद 8 फरवरी को हाईकोर्ट से इस्टे भी लिया गया। ताहम क़ियाम ख़त्म होने के बाद इंतिज़ामीया ने पुलिस की भारी नफ़री की मौजूदगी में बुलडोज़र कार्रवाई की।
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ईद-गाह में लगा शामियाना देखकर मेयर नाराज
कानपूर : कानपूर म्यूनिसिपल कार्पोरेशन के साथ-साथ पूरे उतर प्रदेश में मुबय्यना गै़रक़ानूनी तजावुज़ात (अतिक्रमण) के ख़िलाफ़ बुलडोज़र कार्रवाई फिर शुरू हो गई है। इस सिलसिले में एक फरवरी को कानपूर की मेयर पर्मला पांडे बाबू पूर्वा के ब़गई ईदगाह इलाक़े में मुबय्यना गै़रक़ानूनी बस्ती को मुनहदिम करने बुलडोज़र लेकर पहुंची थीं। वहां उन्होंने बग्घी ईदगाह से बिक्र गंज क्रासिंग तक गै़रक़ानूनी तजावुज़ात पर बुलडोज़र चलवा दिया। इस दौरान ईदगाह ग्राउंड में शादी की तक़रीब के लिए लगाए गए शामियाने को देखकर वे भड़क गईं। एसपी काउंसलर अक़ील शानो ने शामियाना हटाने के लिए एक दिन का वक़्त मांगा जिसके बाद मेयर का ग़ुस्सा ठंडा हुआ।
आपको बता दें कि कानपूर की मेयर पर्मला पांडे गै़रक़ानूनी बस्तियों को हटाने के लिए मुसलसल काम कर रही हैं। इसी के तहत हफ़्ता को मेयर बुलडोज़र लेकर कानपूर साउथ में बाबू पूर्व बग्घी पहुंचीं जहां उन्होंने बिक्र गंज चौराहे से बग्घी तक गै़रक़ानूनी बस्तियों को हटाने का काम किया। ताहाल ये वाज़िह नहीं है कि उन्होंने क़ानून के मुताबिक़ पेशगी नोटिस दिया था या नहीं।
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जब नाजायज़ तजावुज़ात पर बुलडोज़र चलाया जा रहा था, कंटोनमेंट असेंबली के एसपी एमएलए हुस्न रूमी का दफ़्तर भी ईदगाह के इलाक़े में ही था। लेकिन मेयर मैडम ने इस पर तवज्जा नहीं दी। जिस पर अहले इलाक़ा सवालात उठा रहे हैं।