जिल हज्ज-1445 हिजरी
हदीस-ए-नबवी ﷺ
तुम जहां भी हो, अल्लाह से डरते रहो और बुराई सरजद हो जाने के बाद नेकी करो ताकि वो उस बुराई को मिटा दे और लोगों के साथ हुश्ने इख्लाक से पेश आओ।
- जामह तिर्मिजी
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जल्द करवाई का मिला भरोसा
✅ नई तहरीक : भिलाई
आरंग थाना हल्के में हुए मॉब लिचिंग मामले को लेकर रायपुर और दुर्ग-भिलाई समेत समूची रियासत छत्तीसगढ़ के मुस्लिम मआशरे के वफद ने मंगल को डीजीपी अशोक जुनेजा से मुलाकात की। इससे एक दिन कब्ल ही मआशरे की जानिब से रियासत के वजीरे दाखिला को मेमोरेंडम सौंपा गया था। इसी के मद्देनजर डीजीपी ने वफद को मुलाकात के लिए पुलिस मुख्यालय मदऊ किया था।
डीजीपी जुनेजा से मुलाकात के मौके पर वफद ने उन्हें मेमोरेंडम सौंपकर मामले में मुल्जिमान के खिलाफ फौरी कार्यवाही करते हुए लौहाकीन (मृतकों के आश्रितों) और घायलों को मुआवजा दिलाने व रियासत में इस तरह के हादसे पर रोक लगाए जाने की मांग की।
मुलाकात के दौरान डीजीपी ने वफद (प्रतिनिधिमंडल) को भरोसा दिलाया कि मामले में जिले के एसपी और आईजी को तलब कर जल्द से जल्द कार्रवाई करते हुए कसूरवारों की गिरफ़्तारी के लिए हिदायत जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मामले में कई दीगर दफाएं नहीं लगाने का जो इल्जाम लग रहा है, उसके मद्देनजर मामले का तजजिया कर दूसरी दफा जोड़ने के लिए भी कहा जाएगा।
गौरतलब है कि 7 जून को तड़के तकरीबन 3 बजे रायपुर जिले के तहत पुलिस थाना आरंग हल्के में वाके महानदी पुल के पास मुबय्यना गौरक्षकों ने सहारनपुर उत्तरप्रदेश के तीन मुस्लिम युवक चाँद खान, गुड्डू खान, और सद्दाम खान को ट्रक लेकर उड़ीसा जाते समय घेर कर गौवंश तस्करी का इल्जाम लगाते हुए उनके साथ बेरहमी से मारपीट कर उन्हें पुल से नीचे फेंक दिया था। नतीजतन चाँद खान और गुड्डू खान की मौत हो गई। सद्दाम खान का फिलहाल इलाज चल रहा है जिसकी हालत काफी गंभीर है।
मुस्लिम मआशरे के मेमोरेंडम में कहा गया है कि लाठी-डंडे से मारकर चाँद खान व गुड्डू खान को मौत के घाट उतारा गया और सद्दाम को चोट पहुंचाई गई। मामले में पुलिस को धारा 302, 307, 147, 148, 149 ताजीराते हिंद के तहत जुर्म दर्ज किया जाना था, लेकिन रायपुर और महासमुंद पुलिस की जानिब से जानकारी मिलने के बाद लापरवाही बरती गई है। हालांकि रायपुर पुलिस अधीक्षक ने खुसूसी टीम से जांच कराने की बात कही है, लेकिन अब तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
वफद ने कहा कि मुबय्यना पशु तस्करी मामले में शामिल लोगों के खिलाफ पुलिस से कार्यवाही कराने की बजाय खुद कानून हाथ में लेकर उनका कत्ल किया गया। ऐसे में पुलिस और कानून से न सिर्फ मुस्लिम मआशरे का बल्कि आम जनता का भरोसा उठता जा रहा है। वफद ने डीजीपी से गुजारिश की कि वे पुलिस को हिदायत दें कि बगैर इम्तियाजी सुलूक के कातिलों के खिलाफ कार्यवाही कर मामले के आरोपिये को सजा दिलाएं।
मआशरे के वफद में अकरम सिद्दीकी, नोअमान अकरम, मोहम्मद ताहिर, हकीम रजा, आस मोहम्मद, वाशिद खान, जमील खान और जावेद सहित छत्तीसगढ़ मुस्लिम मआशरे के भिलाई, दुर्ग, बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, रायगढ़ के अलावा दीगर जिलों के मआशरे के नुमाइंदगान मौजूद थे।
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