रमजान उल मुबारक-1445 हिजरी
विसाल (10 रमजान)
उम्मुल मोमेनीन हज़रत सय्यदना खदीजा रज़ियल्लाहु तआला अन्हा
हज़रत ख्वाजा नसीर उद्दीन चिराग देहलवी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु
हदीस-ए-नबवी ﷺ
'' हजरत अनस बिन मालिक रदि अल्लाहु अन्हु से रवायत है कि रसूल अल्लाह ﷺ ने फरमाया अल्लाह सुब्हानहु ताअला ने मुसाफिर के लिए आधी नमाज माफ फरमा दी है और मुसाफिर और हामिला और दूध पिलाने वाली औरत के रोजे माफ फरमा दिए हें। ''-----------------------------------
✅ इस्तांबूल : आईएनएस, इंडिया
तुरकिया मैं शुमाल मग़रिब (उत्तर पश्चिम) में वाके रियासत तीकरदग के एक शादी हाल में शादी की रात दूलहा और दुल्हन के रिश्तेदारों के दरमयान किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि शादी हाल महाभारत के मैदान जैसा लगने लगा। इस वाकिये का वीडियो सोशल मीडीया पर खूब वायरल हो रहा है। बाद में पुलिस ने मुदाखलत कर किसी तरह झगड़ा बंद करवाया।
तुर्क वेबसाइट्स ने बताया कि दूलहा और दुल्हन के रिश्तेदारों के दरमयान हुए झगड़े की वजह खुद दूलहा और दुल्हन थे। झगड़े की शुरआत उन्हीं से हुई थी जिसके बाद दूल्हा-दुल्हन के रिश्तेदार झगड़े में कूद पड़े थे। ज़बानी लड़ाई हाथा-पाई और कुर्सियों के तसादुम में बदल गई। इससे कब्ल दोनों में गाली ग्लोच भी होती रही। पुलिस के पहुंचने पर तक़रीब (समारोह) को मंसूख़ (रद्द) कर दिया गया।
वेबसाइट्स के मुताबिक़ झगड़े में दुल्हन के मुतअद्दिद रिश्तेदार ज़ख़मी हुए, उनमें से सिर्फ एक को ईलाज के लिए हस्पताल ले जाया गया। शादी की तक़रीब तीकरदाग सूबे के कोरलो ज़िला में शेख़ सिनान मुहल्ले में एक हाल में हो रही थी। दूलहा-दुल्हन को झगड़े की गवाही देने के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया हालांकि बाद में उन्हें छोड दिया गया। तुरकिया में सोशल मीडीया यूजर्स ने शादी हाल में एम्बूलैंस और पुलिस की आमद की तसावीर फैलाईं और कुछ लोगों ने उन पर तंज़िया तबसरा किया और कहा ये मुल्क की वो पहली शादी है जो एम्बूलैंस और पुलिस से शुरू हुई है। दीगर सारिफ़ीन ने झगड़े के दौरान दूलहा और दुल्हन के रिश्तेदारों की दूसरी तसावीर भी गर्दिश कीं और साथ लिखा कि ये लोग अपने रिश्तेदारों की शादी में इस तरह से बरकत डाल रहे हैं।
आधी सदी के बाद मिले दुनिया के दो पुराने कम्पयूटर
लंदन : आप सोच सकते हैं कि आपका कम्पयूटर 1990 की दहाई का हो सकता है जो एक किस्म का पुराना कम्पयूटर है, लेकिन ये सच नहीं है क्योंकि दुनिया में इससे भी पुराना कम्पयूटर मौजूद था जिसका हाल ही में पता चला है।
दुनिया के दो पहले और क़दीम तरीन (प्राचीन) डेस्कटॉप कम्पयूटर, जो 50 साल से भी ज़्यादा पुराने हैं, हाल ही में लंदन में एक घर की सफ़ाई के दौरान मिले हैं। बर्तानवी अख़बार के मुताबिक़ इत्तिफ़ाक़ से दुनिया में सिर्फ तीन बाक़ी क्यू-1 कम्पयूटर्ज़ में से दो की मौजूदगी का पता चला है। ये कम्पयूटर उस वक़्त मिले जब एक वेस्ट कंपनी जस्ट क्लीयर के मुलाज़मीन लंदन में एक घर को जरासीम से पाक कर रहे थे। कंपनी का कहना था कि उसे इबतिदाई तौर पर कोई अंदाज़ा नहीं था कि ये दोनों डिवाइसेज क्या हैं। कंपनी ने बताया कि कम्प्यूटर की एहमीयत का पता चलने के बाद उन्हें री साईकल करने के बजाय किंग्सटन यूनीवर्सिटी के कम्पयूटर साईंस डिपार्टमैंट में एक नुमाइश में दिखाने का फ़ैसला किया गया।
गौरतलब है कि ये कम्प्यूटर्स (क्यू-1) ने आज हमारे पास मौजूद कम्पयूटर्ज़ के लिए राह हमवार की। इन कम्प्यूटर्स को 50 साल से भी पहले लॉन्च किया गया था। क्यू-1 एक 8008 इंटेल प्रोसेसर इस्तिमाल करता है और ये टाइपराइटर की तरह नज़र आता है, लेकिन ये पहला मुकम्मल तौर पर मरबूत ज़ाती कम्पयूटर था। क्यू-1 से पहले आईबीएम और एप्पल के पुराने ऑल इन वन कम्पयूटर्ज़ थे। 1977 में आईबीएम माडल 5100 को दुनिया के पहले पोर्टेबल कम्पयूटर्ज़ में से एक के तौर पर जारी किया गया था।
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