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सआदत अल्लाह हुसैनी जमात-ए-इस्लामी हिंद के दोबारा अमीर मुंतखब

2 जीअकादा 1444 हिजरी
मंगल, 23 मई, 2023
अकवाले जरीं 
हजरत अब्दुल्लाह बिन बुरैदा (रदि अल्लाहो अन्हो) रिवायत करते हैं कि उनके वालिद ने बयान किया कि रसूल अल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने इर्शाद फरमाया, हमारे और कुफ्फार के दरमियान पहचान नमाज है, लेहाजा जिसने नमाज को तर्क किया, उसने कुफ्र किया 
- इब्ने माजा
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नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया 
सय्यद सआदत अल्लाह हुसैनी को दुबारा जमात-ए-इस्लामी हिंद का अमीर मुंतखब कर लिया गया है। 162 मर्कजी मजलिस नुमाइंदगान जिनमें 36 खवातीन शामिल थीं, ने 26 से 29 अप्रैल 2023 तक जमात के मर्कज, नई दिल्ली में बाहमी सलाह-ओ-मश्वरा, गुफ़्त-ओ-शनीद और मुबाहिसे के बाद उन्हें अप्रैल 2023 से मार्च 2027 तक चार साला मुद्दत के लिए अमीर जमात-ए-इस्लामी हिंद मुंतखब किया। सय्यद सआदत अल्लाह हुसैनी इससे कब्ल अप्रैल 2019 ता 2023 जमात के अमीर मुंतखब किए गए थे। इससे कब्ल वो जमात की मुख़्तलिफ जिÞम्मेदारियों से वाबस्ता रहे हैं। उन्होंने जमात के नायब अमीर और मर्कजी मुशावरती काउंसिल के रुक्न की हैसियत से भी खिदमात अंजाम दी हैं। 
    वो एक दानिश्वर, अदीब और समाजी रहनुमा हैं, जमाना-ए-तालिब इलमी से ही समाजी कारकुन रहे हैं। वो जमात की तलबा तंजीम स्टूडेंटस इस्लामी आर्गेनाईजेशन आफ इंडिया (एसआईओ) की मुसलसल दो मीयादों (1999 से 2003) तक कौमी सदर रहे। जमात-ए-इस्लामी के सदर हैदराबाद, बैंगलौर, नई दिल्ली, अलीगढ़ और हिन्दोस्तान के दीगर शहरों में बहुत सी समाजी और इलमी तन्जीमों के बोर्डज में शामिल हैं। वो मुख़्तलिफ रसाइल, जराइद और अखबारात में असरी मसाइल और हालात हाजरा पर लिखने वाले मुस्तकिल कालम निगार हैं। उन्हें अदब से खास दिलचस्पी है और नई दिल्ली से शाइआ होने वाला एक फिक्री-ओ-तहकीकी रिसाला ‘जिÞंदगी-ए-नौ’ के चीफ एडीटर हैं। उनकी उर्दू और अंग्रेजी में 22 से जाइद किताबें मंजर-ए-आम पर आ चुकी हैं जबकि 400 से ज्यादा मजामीन कारईन में पजीराई हासिल कर चुके हैं। 

पर्सनल ला बोर्ड के नए सदर का इंतिखाब जून में

लखनऊ : आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (एआईएमपीएलबी) के नए सदर का इंतिखाब 3 और 4 जून को इंदौर में होगा, जहां पर्सनल ला बोर्ड एग्जीक्विटिव कमेटी का दो-रोजा इजलास मुनाकिद होगा। याद रहे कि ये ओहदा बोर्ड के मौजूदा सदर मुहम्मद राबा हसनी नदवी अलैहिर्रहमा की तवील अलालत के बाद 13 अप्रैल को इंतिकाल कर जाने के बाद खाली पड़ा है। 
    एआईएमपीएलबी के रुक्न मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा कि बोर्ड ने अपने तमाम 251 मेंबरान की मीटिंग बुलाई है, जिसमें 51 एग्जक्विटिव मेंबरान भी शामिल हैं। अगर इत्तिफाक राय नहीं होती है, तो बोर्ड सदर और दो नायब सदर के इंतिखाब के लिए इलेक्शन कराएगा। नदवी को मुत्तफिका तौर पर लगातार चार बार के लिए बोर्ड का सरबराह मुंतखब किया गया था।

मरहूम जफरयाब मिल्ली खिदमात के लिए हमेशा याद किए जाएंगे 

    नई दिल्ली : बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के चेयरमैन व मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सेक्रेटरी एडवोकेट जफरयाब जीलानी रहलत फरमा गए। उनकी रहलत पर अपने रंज-ओ-गम का इजहार करते हुए आॅल इंडिया माइनोरेटीज फ्रंट के सदर डाक्टर सय्यद मुहम्मद आसिफ ने कहा, मरहूम जफरयाब जीलानी एक बेहतरीन इन्सान और कौम-ओ-मुल्क के खिदमतगार थे। 
    बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि तनाजा को लेकर बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी की तरफ से सुप्रीमकोर्ट में जबरदस्त तरीके से बाबरी मस्जिद की हिमायत में अपनी दलीलें पेश कीं थीं।  वे मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सेक्रेटरी के ओहदे पर भी फाइज रहे। और उतर प्रदेश के एडीशनल एडवोकेट जनरल भी रहे। 2021 में घर में गिरने की वजह से उनके सिर में चोट आई जिससे उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया था। वे लंबे समय तक लखनऊ के मेदांता हस्पताल में रहे। 


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