12 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
मंगल, 4 अपै्रल, 2023
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न्यूयार्क : आईएनएस, इंडिया मिस्री नजाद (मिस्त्र मूल की) अमरीकी कारोबारी और सरगर्म कारकुन (एक्टिव सोशल वर्कर) रुना अबद अलहमेद ने अमरीका की रियासत न्यूयार्क के एक शहर में लाउड स्पीकर के जरीया अजान देने की मंजूरी हासिल कर ली है।
रुना अबद अलहमेद ने बताया कि उन्हें ये ख़्याल उस तंजीम से आया है, जिससे वो मुंसलिक थीं। खासतौर पर चूंकि ये तंजीम न्यूयार्क में मुस्लमानों के मेयार-ए-जिÞंदगी और सूरत-ए-हाल को बेहतर बनाने के लिए कोशां है। उन्होंने वाजेह किया कि ये तंजीम मुस्लमानों के लिए सेशंस मुनाकिद करने के लिए हमावकत (हर वक्त) कोशां रहती है। उन्हें दरपेश मसाइल और वो मुस्तकबिल के लिए क्या चाहते हैं, इसे सुनने के लिए तैयार रहती है। रुना ने कहा, मुस्लमानों के लिए लाउडस्पीकर की इजाजत ना देने का बोहरान (संकट) था। उन्होंने कहा, नमाज के लिए अजान भी गिरजाघरों और दीगर इबादतगाहों की तरह है।
रुना अबद अलहमेद ने वाजेह किया कि उन्होंने एक तंजीम के तौर पर इस मंसूबे को शुरू करने के बारे में सोचा और शहर में मौजूद तर्ज को तबदील करने की कोशिश की। इसलिए कि इस शहर में मिस्री, अल जजाइर और मराकश समेत अरब मुस्लिम कम्यूनिटीज की एक बड़ी तादाद आबाद है और यहां बहुत सी मसाजिद भी मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि सबसे पहले हमने न्यूयार्क के दूसरे शहरों में मौजूद मसाजिद की इंतिजामीया के साथ बातचीत की और पूछा कि क्या वो लाउड स्पीकर पर अजान देना चाहते हैं। इस मसले पर जो रद्द-ए-अमल आया, उससे मालूम हुआ कि किसी मस्जिद के पास इजाजतनामा नहीं है और सब मसाजिद वाले लाउडस्पीकर के बगैर अजान दे रहे थे। जिसके बाद हमने इस मसले को हल करने की ठानी और सोचा कि इजाजतनामा कैसे हासिल किया जाए। इसके लिए हमने सबसे पहले अपने इलाके के सियासतदानों और पुलिस इंतिजामीया से बात की और उन्हें इस मसले की एहमीयत से आगाह किया। जिसके बाद उन्होंने अपने तंजीम के साथ इस सिलसिले में कोशिश शुरू कर दी और आखिरकार लाउडस्पीकर से अजान देने की परमिशन हालिस कर ली।
इजाजतनामा मिलने के सिलसिले में रुना अबद अलहमेद ने अपने फेसबुक पेज पर इस फैसले पर खुशी का इजहार किया और फैसले को तारीखी करार दिया। रुना ने लिखा कि तारीखी खबर ये है कि रमजान के मुकद्दस महीने में न्यूयार्क की इस मुस्लमान लड़की ने शहर की तीन मसाजिद के लिए लाउडस्पीकर पर अजान देने के इजाजत हासिल कर ली। ये उस इलाके की मसाजिद हैं, जहां ये लड़की बड़ी हुई थी। उन्होंने मजीद कहा, इसका मतलब ये है कि आप इस्टेन वे स्टरीट पर चलेंगे और आपको जल्द ही नमाज की अजान सुनाई देगी। ये अजान वो लोग भी सुन सकेंगे, जो नहीं जानते कि मुस्लमान दिन में पाँच वक़्त कैसे नमाज अदा करते हैं और उन्हें नहीं मालूम कि मुस्लमानों के पास नमाज के लिए एक खूबसूरत अजान है।