11 रमजान-उल मुबारक, 1444 हिजरी
पीर, 3 अपै्रल, 2023
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अहमदाबाद : आईएनएस, इंडिया हिंदूस्तानी क्रिकेट में जारिहाना बैटिंग के लिए मशहूर साबिक मुमताज आॅल राउंडर सलीम अजीज दुर्रानी का आज इतवार की सुबह इंतिकाल हो गया। वे 88 साल के थे। 2 अपै्रल, इतवार की सुबह गुजरात के शहर जामनगर में उनका अपने घर में इंतिकाल हो गया।
वो यकीनी तौर पर हिन्दोस्तान के सबसे ब सलाहीयत और स्टाइलिश खिलाड़ियों में से एक थे। लंबे-पतले जिस्म और नीली आँखों के साथ सलीम दुर्रानी जहां भी जाते, लोगों के घेरे में रहते थे। उनके बारे में मशहूर था कि वो शायकीन की फर्माइश पर छक्का मारते थे और वो भी उस जगह जहां से छक्का मारने की डीमांड आती थी। दुर्रानी बाएं हाथ के बल्लेबाज और बाएं हाथ के स्पिनर थे, उन्होंने 29 टैस्ट मैचों में हिन्दोस्तान की नुमाइंदगी करते हुए 1202 रन बनाए और 75 विकटें लीं। डोमेस्टिक क्रिकेट में, दुर्रानी ने सौराष़््ट्रा, राजिस्थान और गुजरात के लिए रणजी ट्रॉफी खेली। वो 1961.62 में इंग्लैंड के खिलाफ हिन्दोस्तान की सीरीज जीतने में अपनी शानदार कारकर्दगी के लिए सबसे ज्यादा मशहूर थे, उन्होंने कोलकाता और चेन्नई में आठ और 10 विकटें हासिल कीं।
उनकी पैदाइश 11 दिसंबर 1934 में काबुल, अफ़्गानिस्तान में हुई थी, उन्होंने 1960 से 1973 तक 29 टैस्ट खेला। वो एक धीमे लेफ्ट आर्म आथोर्डोक्स गेंदबाज थे। उनकी शोहरत छक्केबाज की थी जो बाएं हाथ के बल्लेबाज की नुमायां खूबी होती है। हिंदूस्तानी क्रिकेट टीम के वो वाहिद हिन्दुस्तानी टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी थे, जो अफ़्गानिस्तान में पैदा हुए थे।