फीफा वर्ल्ड कप :2022
दोहा : आईएनएस, इंडिया
कतर में होने वाले फुटबाल वर्ल्ड कप के के लिए दूसरे मुल्कों से तकरीबन सवा दस लाख फुटबाल के शौकीन के कतर आने की उम्मीद है। दोहा ने हिफाजत की जमानत के लिए दीगर मुल्क के हथियारबंद फौज से कांट्रेक्ट किया है। इस सिलसिले में इस्लामाबाद ने अपने हजारों फौजी दोहा भेज दिए हैं।
20 नवंबर से 18 दिसंबर तक कतर टूर्नार्मेंट के दौरान तकरीबन सौ दस लाख फुटबाल के शौकीनों की मेजबानी करने जा रहा है। टूर्नामेंट के दौरान फ्रÞांस, अरदन, तुर्की, बर्तानिया और अमरीका समेत 13 मुल्कों की पुलिस फोर्स और सिक्योरिटी एजेंसियां कतर की मदद कर रही हैं। लेकिन पाकिस्तान दुनिया का अकेला ऐसा मुलक है, जिसने अक्तूबर में ही 4500 से ज्यादा फौजी कतर भेज दिए हैं। पाकिस्तान के एक सीनीयर स्कियोरटी अहलकार ने बताया कि ये तैनाती कतरी हुकूमत की खुसूसी दरखास्त पर की गई है। उन्होंने कहा कि दोहा के हुक्काम ने कतर के साथ पाकिस्तानी फौज के ताल्लुकात के मद्दे नजर पाकिस्तान से फौज की इतनी बड़ी तादाद की मांग की थी। पाकिस्तान के बाद तुर्की वर्ल्ड कप के लिए सबसे ज्यादा सिक्योरिटी अमला तयनात करने वाला मुल्क है।
तुर्क के विदेश मंत्री सुलेमान सवेलव ने सितंबर में एक अखबार को बताया था कि इस टूर्नामेंट के दौरान फसादाद से निमटने वाली खुसूसी तुर्क पुलिस के तकरीबन तीन हजार जवान मौजूद रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अँकरा ने मुकाबले से पहले ही बहुत से कतरी सिक्योरिटी अधिकारियों को टेÑनिंग भी दी है। कतर यूनीवर्सिटी के अस्सिटेंट प्रोफेसर और अटलांटिक काउंसिल में मध्य पश्चिम की सिक्योरिटी के अली बाकिर ने बताया कि दरअसल कतर की आबादी कम है इसलिए कतर गैर मुल्की मुलाजमीन पर बहुत ज्यादा डिपेंड करती है, यहां तक कि सिक्योरिटी जैसे अहम कामों के लिए भी उसे गैर मुल्कों की कुव्वत पर भरोसा करना पड़ता है।