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इसराईल और फिलस्तीनी अस्करीयतपसंद तंजीम इस्लामिक जिहाद के दरमयान जंगबंदी पर इत्तिफाक


काहिरा, दुबई : आईएनएस, इंडिया
 

मिस्र की सालसी (मध्यस्थता) में इसराईल और फिलस्तीनी अस्करीयत पसंद ग्रुप इस्लामिक जिहाद के दरमियान जंग बंदी पर इत्तिफाक हो गया है। मिस्र के इंटेलीजेंस हुक्काम ने खबररसां इदारे को बताया कि फरीकैन (दोनों पक्षों) के दरमियान जंग बंदी का आगाज इतवार को हुआ है और फरीकैन ने एक-दूसरे के खिलाफ मजीद हमले ना करने पर इत्तिफाक किया है। 

इसराईल ने भी तसदीक की है कि इतवार की शब जंग बंदी हो गई है, ताहम अगर उसकी खिलाफवरजी की गई तो उसका भरपूर जवाब दिया जाएगा। चीन, फ्रÞांस, आयरलैंड, नार्वे और मुत्तहदा अरब अमीरात ने गाजा में होने वाली पेश-रफ़्त पर बातचीत के लिए पीर को अक़्वाम-ए-मुत्तहदा की सलामती काउंसिल का बंद कमरे में इजलास बुलाने की दरखास्त की है। इसराईल और इस्लामिक जिहाद के दरमियान तीन रोज तक जारी रहने वाली लड़ाई के दौरान गाजा की वजारत-ए-सेहत के मुताबिक इसराईली फिजाई हमलों में कम अज कम 31 अफराद हलाक हुए हैं जिनमें छ: बच्चे भी शामिल हैं। दूसरी जानिब इसराईल का कहना है कि कार्रवाई के दौरान मरने वाले कम अज 9 अफराद की अम्वात (मौत) का वो जिÞम्मेदार नहीं है। वाजेह रहे कि फरीकैन के दरमयान हमलों का आगाज उस वक़्त हुआ था, जब इसराईल ने इस्लामिक जिहाद के एक सीनीयर अहलकार को गुजिशता हफ़्ते हिरासत में लिया था जबकि एक 17 साला नौजवान भी हलाक हुआ था। बाद में इस्लामिक जिहाद ने धमकी दी थी कि वो उसका बदला लेगा। 

जुमे को इसराईल ने गाजा पर फिजाई (हवाई) कार्रवाई की जिसके नतीजे में इस्लामिक जिहाद के एक सीनीयर कमांडर मारे गए। बाद में अस्करी तंजीम ने इसराईल की जानिब लगभग 600 मिजाईल फायर किए जिनमें से बेशतर मिजाईल इसराईल ने अपने आयरन डोम सिस्टम की मदद से फिजा में ही नाकारा बना दिए थे। इस लड़ाई के दौरान गाजा की पट्टी के करीब बसने वाले इसराईली शहरीयों ने गुजश्ता तीन रोज धमाकों की गूंज में गुजारे। अदीली रेमर, गाजा बॉर्डर से एक किलोमीटर दूर नेमर के इलाके में रहती हैं। उन्होंने तीन रोज के दौरान होने वाली लड़ाई से मुताल्लिक बताया कि ये बहुत खौफनाक था। उनके बाकौल, हम कंक्रीट के महफूज कमरों तक महदूद हो कर रह गए थे। इसराईल के तजजिÞयाकार (विश्लेषक) का कहना है कि फरीकैन के दरमयान लड़ाई थम गई है लेकिन इस तनाजा में अगर फलस्तीनी अस्करीयत पसंद तंजीम हम्मास ने मुदाखिलत की तो लड़ाई मजीद बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि ईसराईलीयों के नुक़्ता-ए-नजर से वो समझते हैं, हम्मास ने इस तनाजा से दूरी इखतियार कर रखी है और बजाहिर लगता है कि उसने जंग बंदी की भी हिमायत की। वाजेह रहे कि गुजिश्ता बरस इसराईल और हम्मास के दरमयान 11 रोज तक लड़ाई जारी रही थी जिसमें मुतअद्दिद (कई) हलाकतें और कई इमारतों को नुक़्सान पहुंचा था।


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