सात मंजिला इमारत की लागत एक अरब दिरहम
लाईब्रेरी का डिजाईन ‘रेहल’ की तरह
लाईब्रेरी का मकसद तालीम को आम करना
मुहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी में अरबी और गैर मुल्की जबानों में ग्यारह लाख प्रिंट और डीजीटल किताबें, साठ मकाले, 73 हजार तारीखी गाने, 75 हजार वीडीयोज, तकरीबन 13 मजामीन और 5000 से जाइद तारीखी प्रिंट और डीजीटल जर्नल के अलावा दुनियाभर से तकरीबन 35 हजार अखबार
दुबई : हाकिम दुबई शेख मुहम्मद बिन राशिद आॅल मकतूम ने एक अरब दिरहम की मालियत से तामीर होने वाली शहर की सबसे बड़ी लाइब्रेरी का इफ़्तिताह किया। 11 लाख किताबों की हामिल इस लाइब्रेरी का डिजाइन रिवायती रेहल से मुशाबहत रखता है। मुत्तहदा अरब अमीरात की सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक इस सात मंजिला मुहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी का मकसद खित्ते में एक नई सकाफ़्ती पहचान बनाना है। शेख मुहम्मद बिन राशिद आॅल मकतूम ने लाइब्रेरी के दौरे के मौका पर कहा कि आज हमने आने वाली नसलों के लिए एक सकाफ़्ती और दानिशमंदी से भरी इमारत तामीर की है जिसके जरीये से हम मुताले, तालीम को आम करने का मकसद पूरा करेंगे।
शेख मुहम्मद का मजीद कहना था कि मजबूत मईशत के लिए इलम-ए-सियासत के लिए जहानत और कौम को तालीम की जरूरत होती है और ये तमाम चीजें किताबों से सीखी जा सकती हैं। मुहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी में अरबी और गैर मुल्की जबानों में ग्यारह लाख प्रिंट और डीजीटल किताबें मौजूद हैं, इसके इलावा साठ मकाले, 73 हजार तारीखी गाने, 75 हजार वीडीयोज, तकरीबन 13 मजामीन और 5000 से जाइद तारीखी प्रिंट और डीजीटल जर्नल मौजूद हैं। इसके इलावा दुनिया-भर से तकरीबन 35 हजार अखबार भी रखे गए हैं। लाइब्रेरी को अवाम के लिए जुमेरात 16 जून 2022 को बाजाबता तौर पर खोला गया। मुहम्मद बिन राशिद आॅल मकतूम लाइब्रेरी फाऊंडेशन के चेयरमैन मुहम्मद एल्मर के मुताबिक दुबई की मुहम्मद बिन राशिद लाइब्रेरी खित्ते और दुनिया-भर की सबसे अनोखी पब्लिक लाइब्रेरी है।