मीटिंग में मुख्तलिफ मरहलों पर हुआ तबादला-ए-ख्याल
जल्द मिलेगी परेशानियों से निजात
मोहम्मद हासम अली : अजमेर शरीफ
दरगाह ख्वाजा साहब इंतेजामिया कमेटी की गुजिश्ता दिनों हुई बैठक में दरगाह शरीफ की हिफाजत, इंतेजाम और परेशानियों को लेकर देर तक गौर ओ फिक्र किया गया। गौरतलब है कि गुजिश्ता कुछ दिनों में दरगाह खादिमों से धक्का मुक्की जैसे मामले पेश आ रहे हैं। कई बार तनाजा के हालात पैदा हो रहे हैं। इसे देखते हुए मुताल्लिक महकमे के इंचार्ज व मुलाजमीन से रिपोर्ट हासिल की गई। रिपोर्ट में परेशानियों के सबब और उसके हल की रूपरेखा तैयार की गई। सदर दरगाह कमेटी अमीन पठान ने कहा कि दरगाह शरीफ की हिफाजत और इंतेजाम को लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दरगाह कमेटी के लेवल के तमामी पहलुंओं को सही किया जाएगा और इसके साथ ही मुताल्लिक महकमों को इस बारे में कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में दरगाह शरीफ की हिफाजत, सफाई, शौचालय, जूते चप्पल, मुलाजमीन से मारपीट, धक्कामुक्की जैसी कई मामले और ठंडे पानी व गर्मी से बचाव के लिए पर्दें, फर्श पर दरी जैसी शिकायतें लगातार सामने आई थी। इसके मुताल्लिक सभी परेशानियों का मौके पर हल निकाला गया। मीटिंग में मेंबरान सैयद बाबर अशरफ, कासिम मलिक, नाजिम दफ़्तर के असिस्टेंट नाजिम, सुपरवाईजर, कामदार, इंचार्ज मेहमान खाना व निजी मददगार नाजिम वगैरह मौजूद थे।
परिंदों की फिक्र में सकोरे तकसीम
सर्व धर्म एकता समिति की जानिब से शदीद गर्मी को देखते हुए परिंदों को बचाने की गरज से अवाम के बीच सकोरे तकसीम किए। समिति की जानिब से परिंदों को गर्मी के मौसम में दाना-पानी मयस्सर कराने हर साल सकोरे तकसीम किए जाते हैं। यह मुहिम मुल्कभर में मार्च के महीने से समिति के राष्ट्रीय सदर शाह सैयद खुश्तर चिश्ती के हुक्म से किया जाता है। इसकी शुरूआत अजमेर शरीफ से की जाती है। समिति सचिव रफीक कादरी ने बताया कि समिति की जानबि से इस प्रोग्राम को करते हुए 10 साल हो गए हैं। अजमेर दरगाह से शुरूआत करने के बाद मुल्क भर में यह मुहिम चलाई जातीइ है। मुल्क भर में तकरीबन 60 हजार सकोरे (परिंडे) तकसीम किए जाते हैं। मुल्कभर के लिए सकोरे की डिलीवरी अजमेर शरीफ से ही की जाती है। समिति के सदर शाह सैय्यद ने बताया की समिति के बानी बाबा साहब ने इसकी शुरूआत 2012 मार्च महीने में की थी।