लखणू: उतर प्रदेश में असेंबली इंतिखाबात हो रहे हैं। दो मरहलों में 113 सीटों पर पोलिंग हुई है जबकि तीसरे मरहले के लिए 20 फरवरी को पोलिंग हो रही ह। तीसरे मरहले की पोलिंग से दो दिन पहले गुजरात के 2008 के अहमदाबाद सिलसिलावार बम धमाकों के मुआमले में एक खुसूसी अदालत ने 49 कसूरवारों को सजा सुनाई है। अदालत के फैसले को भुनाने की कोशिश करते हुए बीजेपी उसे इंतिखाबी मुद्दा बनाने में लगी है। महंगाई और बे रोजगारी और अपने काम के नाम पर वोट मांगने से गुरेजां बीजेपी इन्हीं इशूज को उठा रही है। जिन 38 मुल्जिमान को सजा-ए-मौत और 11 को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। उनमें से बहुत से लोग उतर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं। मुहम्मद सैफ के वालिद शादाब अहमद की साबिक वजीर-ए-आला अखिलेश यादव के साथ एक तस्वीर भी सामने आई थी, अब उसकी वजह से यूपी में सियासी पारा चढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी ने एसपी के खिलाफ महाज खोल दिया है। बीजेपी का इल्जाम है कि अदालत में ये भी कहा गया है कि मुल्जिम के वालिद का एसपी सदर से ताल्लुक है। लखीमपुर खीरी पहुंचे अखिलेश यादव ने इन इल्जामात के बारे में कहा कि अगर कोई झूट फैला रहा है तो वो बीजेपी है। बीजेपी लीडर अमित मालवीय ने एक तस्वीर ट्वीट की और लिखा कि अहमदाबाद धमाके का मुल्जिम मुहम्मद सैफ समाजवादी पार्टी के लीडर शादाब अहमद उर्फ मिस्टर का बेटा और इंडियन मुजाहिदीन का रुक्न है। इस वक़्त वो दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं। मुहम्मद सैफ का भाई डाक्टर शाहनवाज आलम दिल्ली बम धमाकों का मुल्जिम है और एनआईए ने उस पर 10 लाख का इनाम रखा है।