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सऊदी अरब में टिड्डी की कीमत 450 रियाल तक पहुंच गई

21 शाअबानुल मोअज्जम 1444 हिजरी
मंगल, 14 मार्च 2023


रियाद : आईएनएस, इंडिया
 
सऊदी अरब की अलकसीम गवर्नरी के इलाके अल्बर यदा में एक टिड्डी फरोश ने बताया कि टिड्डी की कीमत 150 से 450 रियाल के दरमियान पहुंच गई है। उन्होंने अल अखबारीह चैनल पर एक टेलीविजन इंटरव्यू के दौरान मजीद कहा कि मार्केट की नकल-ओ-हरकत के हवाले से टिड्डी दल के ज्यादातर सारिफीन बूढ़े हैं। टिड्डियां बहुत से लोग शौक से खाते हैं। ट्ड्डी मैगनीशियम, फास्फोरस और दीगर अनासिर जैसे गिजाई अजजा से भरपूर होती हैं और इन्सान को दाइमी बीमारीयों से बचाती हैं।

जंगल में 31 दिन तक कीड़े-मकोड़े खाता रहा

लंदन : बोलिलियो के शहरी ने ब्राजील के अमेजन जंगल में खो जाने के बाद 31 दिन तक कीड़े-मकोड़े खा कर खुद को जिंदा रखा।  गैरमुल्की मीडीया के मुताबिक 30 साला, जोनातिन शुमाली बोलिलियो में शिकार के दौरान अपने 4 दोस्तों से अलग हो गया था। रिपोर्टस के मुताबिक मुकामी लोगों और दोस्तों पर मुश्तमिल एक ग्रुप ने एक माह बाद जोनातिन को तलाश कर लिया। जोनातिन ने बताया कि उसने अपने जूतों में जमा होने वाला बारिश का पानी पिया और जंगली जानवरों से खुद को बचाए रखते हुए जिंदा रहने के लिए कीड़े-मकोड़े खाए।  

    गैरमुल्की मीडीया के मुताबिक जोनातिन को रेस्क्यू करते वक़्त उनके जिस्म में पानी की कमी पाई गई, उनके पैरों पर चोटें आई थीं। वजन 17 किलो कम हो गया था। वो मुश्किल से चलने के काबिल थे। उसके पास मौजूद उसकी शॉटगन में सिर्फ एक गोली बची थी। पुलिस का कहना है कि वो उसके 4 दोस्तों से पूछगिछ करेंगे कि वो उनसे कैसे अलग हुआ।

आक्टोपस से इंस्पायर होकर चीनी साइंटिस्ट्स ने बनाई रंग बदलने वाली मशीन

शंघाई : चीन के रोबोटस बनाने वाले माहिरीन के एक ग्रुप ने एक छोटी मशीन तैयार की है जो आॅक्टोपस की नकल कर सकती है, जो रसायनिक बदलाव के चलते अपने आप रंग बदलती है। 
    कुदरती दुनिया में कीमीयाई (रसायनिक) इशारे के रद्द-ए-अमल में रोशनी का इखराज (उत्सर्जन) होता है, इसकी मिसाल सेफालोपोडस है, जो शिकारियों से बचने के लिए रंग बदलते हैं। हाल ही में साईंस रोबोटिक्स नामी जरीदे में शाइआ होने वाली एक तहकीक के मुताबिक शंघाई की जियातोंग यूनीवर्सिटी के साईंसदानों ने इस किस्म के कीमीयाई तौर पर रद्द-ए-अमल देने वाली रोशनी को डीएनए नेनो मशीन में शामिल करने के लिए काम किया। इस डीएनए नैनो मशीन ने खली (प्रकोष्ठ) के अंदर तेजाबीयत की तब्दीलियों के रद्दे अमल में रोशनी बनाई। लेबोरेटरी के अंदर अंजाम दिए गए इन तजुर्बात के दौरान नैनो स्केल मशीन ने खली की झिल्ली के जरीये मवाद के बिलतर्तीब जज्ब करने और इखराज की शिनाख़्त की और इसकी मिकदार दुरुस्त की। 

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