नई दिल्ली : आईएनएस, इंडिया
हज 2023 के लिए इस साल दरख्वास्त का अमल काफी देर से शुरू हो रहा है। इसे लेकर मआशरे में बेचैनी का आलम है। गुजिश्ता दिनों सूबा छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए हज कमेटी आफ इंडिया के चेयरमैन ने दरख्वास्त का अमल जल्द शुरू होने की बात कही थी। उसके बाद मआशरे के होशमंद लोगों के एक वफद ने अकलीयती उमूर की वजीर स्मृति ईरानी से मिलकर दरख्वास्त के अमल में हो रही देरी की शिकायत करते हुए इसे जल्द शुरू करने की गुजारिश की थी। जिसके बाद अब जाकर इस अमल में तेजी आई है।
हज कमेटी आफ इंडिया की जानिब से नई हज पालिसी जारी की गई है जिसके तहत इस साल आजमीने हज को दरख्वास्त के लिए कोई फीस नहीं देनी होगी। इससे पहले के सालों में दरख्वास्त के साथ तीन सौ रुपए फीस देनी होती थी।इसके अलावा इस साल यानि हज 2023 के कवर में ज्यादा से ज्यादा 4 बालिग और दो बच्चे शामिल हो सकते हैं। इस साल हज का दौरानिया (अवधि) 30 से 40 दिन के दरमियान होगा। फिजाई किराये में किराए का 10 फीसद दो साल से कम उमर के बच्चे और मुकम्मल किराया दो साल से ज्यादा उम्र के बच्चे को बालिग समझ कर लिया जाएगा।
सत्तर साल या इससे ज्यादा उम्र के दरखास्त दहिंदगान को अस्सिटेंट के साथ रिजर्व जुमरे में रजिस्टर किया जाएगा।
खवातीन दरखास्त दहिंदगान जिनकी उम्र 45 साल या इससे ज्यादा है, अगर महरम के बगैर हज पर जाना चाहें तो उन्हें 4 के ग्रुप में हज करने की इजाजत होगी। सउदी अरब की हुकूमत की शर्तों के साथ अकेली खवातीन भी दरखास्त दे सकती हैं। इसके लिए हज कमेटी आफ इंडिया इन खवातीन का एक ग्रुप बना सकती है। सीजीआई जद्दा मजकूरा खवातीन आजमीन-ए-हज्ज के लिए अलहदा रिहायश के इंतिजामात की सहूलत फराहम करेगा। सऊदी हुकूमत की तरफ से मुखतस कोटा
प्राईवेट टूर आॅप्रेटर (पीटीओ) का कोटा 30 फीसद से कम कर के 20 फीसद कर दिया गया है। हज कमेटी का कोटा 70 फीसद से बढ़ा कर 80 फीसद कर दिया गया है। सरकारी हज कोटा, हज ट्रैवल पालिसी 2023 में सरकारी हज कोटा मंसूख कर दिया गया है। आम शहरीयों के फायदे के लिए सदर, नायब सदर, वजीर-ए-आजम, वजीर बराए अकल्लीयती उमूर, हकूमत-ए-हिन्द और हज कमेटी आफ इंडिया, मुंबई को अलाट करदा कोटा को मंसूख कर के जनरल कोटा में जम कर दिया गया है।
आरटीपीसी टेस्ट
आजमीन-ए-हज्ज को अपने जिÞलई हेल्थ यूनिट्स से सेहत की तसदीक और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की इजाजत दी गई है। आरटीपीसीआर टेस्ट सिर्फ सरकारी लेबोरटरियों के जरीये करवाया जाए।
25 एम्बारकेशन प्वाईंट
मुल्क में 25 हवाई अड्डों को एमारकेशन प्वाईंट बनाया गया है। इनमें श्रीनगर, रांची, गया, गोहाटी, इंदौर, भोपाल, मंगलोर, गोवा, औरंगाबाद, वाराणसी, जयपुर, नागपुर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बैंगलौर, कोचीन, चेन्नई, अहमदाबाद, लखनऊ शामिल हैं। आजमीन-ए-हज्ज पिछले साल हवाई सफर की लागत में फर्क के मुताबिक इलाके के एम्बारकेशन प्वाईंट और करीब तरीन इकतिसादी सफरी मुकाम के दरमियान इंबारकेशन प्वायंट का इंतिखाब कर सकेंगे।
इस इंतिजाम में आने वाले सालों में अकलीयती उमूर की वजारत मजाज अथार्टी की मंजूरी से मुनासिब तरीके से तरमीम (संशोधन) कर सकती है। मजाज अथार्टी की मंजूरी के साथ, अकलीयती उमूर की वजारत मजकूरा 25 एंबारकेशन प्वाईंटस के अलावा दीगर हवाई अड्डों को एम्बारकेशन प्वाईंटस के तौर पर शामिल करने की दरखास्त पर गौर कर सकती है।
कुर्बानी कूपन इखतियारी होंगे।
दरखास्त फार्म में एक-बार इस्तिमाल होने वाले आॅप्शन को मंसूख (रद्द) नहीं किया जाएगा।
ऐसे अफराद जो रजिस्टर्ड माजूर हैं, खूनी रिश्ते से मुताल्लिक किसी एक अहल शख़्स के साथ दरखास्त देने की इजाजत होगी, जो पूरे हज के दौरान उनकी देख-भाल कर सकें।
300 आजमीन-ए-हज्ज के लिए एक खादिम के अलावा एक रियासत और मर्कज के जेर-ए-इंतिजाम इलाके से एक डायरेक्टर सतह के अफ़्सर और मुताल्लिका रियास्ती हज कमेटियों के एक अफ़्सर इस दौरान अपनी रियासत के आजमीन-ए-हज्ज की देख-भाल के लिए तैनात होंगे।
नई हज पालिसी के इजरा के साथ ही आजमीन-ए-हज्ज 2023 के लिए आनलाइन दरखास्त फार्म भरने का अमल बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। हज के खाहिशमंद दरखास्त दहिंदगान से दरख्वास्त जमा करने के दौरान मशीन रीडेबल (स्पष्ट) इंटरनेशनल पासपोर्ट, ब्लड ग्रुप रिपोर्ट और मुताल्लिका दस्तावेजात साथ रखने की गुजारिश की गई है।
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File Photo |
सत्तर साल या इससे ज्यादा उम्र के दरखास्त दहिंदगान को अस्सिटेंट के साथ रिजर्व जुमरे में रजिस्टर किया जाएगा।
खवातीन दरखास्त दहिंदगान जिनकी उम्र 45 साल या इससे ज्यादा है, अगर महरम के बगैर हज पर जाना चाहें तो उन्हें 4 के ग्रुप में हज करने की इजाजत होगी। सउदी अरब की हुकूमत की शर्तों के साथ अकेली खवातीन भी दरखास्त दे सकती हैं। इसके लिए हज कमेटी आफ इंडिया इन खवातीन का एक ग्रुप बना सकती है। सीजीआई जद्दा मजकूरा खवातीन आजमीन-ए-हज्ज के लिए अलहदा रिहायश के इंतिजामात की सहूलत फराहम करेगा। सऊदी हुकूमत की तरफ से मुखतस कोटा
प्राईवेट टूर आॅप्रेटर (पीटीओ) का कोटा 30 फीसद से कम कर के 20 फीसद कर दिया गया है। हज कमेटी का कोटा 70 फीसद से बढ़ा कर 80 फीसद कर दिया गया है। सरकारी हज कोटा, हज ट्रैवल पालिसी 2023 में सरकारी हज कोटा मंसूख कर दिया गया है। आम शहरीयों के फायदे के लिए सदर, नायब सदर, वजीर-ए-आजम, वजीर बराए अकल्लीयती उमूर, हकूमत-ए-हिन्द और हज कमेटी आफ इंडिया, मुंबई को अलाट करदा कोटा को मंसूख कर के जनरल कोटा में जम कर दिया गया है।
आरटीपीसी टेस्ट
आजमीन-ए-हज्ज को अपने जिÞलई हेल्थ यूनिट्स से सेहत की तसदीक और आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने की इजाजत दी गई है। आरटीपीसीआर टेस्ट सिर्फ सरकारी लेबोरटरियों के जरीये करवाया जाए।
25 एम्बारकेशन प्वाईंट
मुल्क में 25 हवाई अड्डों को एमारकेशन प्वाईंट बनाया गया है। इनमें श्रीनगर, रांची, गया, गोहाटी, इंदौर, भोपाल, मंगलोर, गोवा, औरंगाबाद, वाराणसी, जयपुर, नागपुर, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बैंगलौर, कोचीन, चेन्नई, अहमदाबाद, लखनऊ शामिल हैं। आजमीन-ए-हज्ज पिछले साल हवाई सफर की लागत में फर्क के मुताबिक इलाके के एम्बारकेशन प्वाईंट और करीब तरीन इकतिसादी सफरी मुकाम के दरमियान इंबारकेशन प्वायंट का इंतिखाब कर सकेंगे।
इस इंतिजाम में आने वाले सालों में अकलीयती उमूर की वजारत मजाज अथार्टी की मंजूरी से मुनासिब तरीके से तरमीम (संशोधन) कर सकती है। मजाज अथार्टी की मंजूरी के साथ, अकलीयती उमूर की वजारत मजकूरा 25 एंबारकेशन प्वाईंटस के अलावा दीगर हवाई अड्डों को एम्बारकेशन प्वाईंटस के तौर पर शामिल करने की दरखास्त पर गौर कर सकती है।
कुर्बानी कूपन इखतियारी होंगे।
दरखास्त फार्म में एक-बार इस्तिमाल होने वाले आॅप्शन को मंसूख (रद्द) नहीं किया जाएगा।
ऐसे अफराद जो रजिस्टर्ड माजूर हैं, खूनी रिश्ते से मुताल्लिक किसी एक अहल शख़्स के साथ दरखास्त देने की इजाजत होगी, जो पूरे हज के दौरान उनकी देख-भाल कर सकें।
300 आजमीन-ए-हज्ज के लिए एक खादिम के अलावा एक रियासत और मर्कज के जेर-ए-इंतिजाम इलाके से एक डायरेक्टर सतह के अफ़्सर और मुताल्लिका रियास्ती हज कमेटियों के एक अफ़्सर इस दौरान अपनी रियासत के आजमीन-ए-हज्ज की देख-भाल के लिए तैनात होंगे।
नई हज पालिसी के इजरा के साथ ही आजमीन-ए-हज्ज 2023 के लिए आनलाइन दरखास्त फार्म भरने का अमल बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। हज के खाहिशमंद दरखास्त दहिंदगान से दरख्वास्त जमा करने के दौरान मशीन रीडेबल (स्पष्ट) इंटरनेशनल पासपोर्ट, ब्लड ग्रुप रिपोर्ट और मुताल्लिका दस्तावेजात साथ रखने की गुजारिश की गई है।