बंद किए जा रहे हैं उर्दू स्कूल
लोक सभा में हुकूमत से उर्दू की तरक़्की पर तवज्जा देने का मुतालिबा
नई दिल्ली : लोक सभा में एक रुकन पार्लियामेंट ने हुकूमत पर जोर दिया है कि वो मुल्क में उर्दू जबान की तरक़्की पर तवज्जा दे। ऐवान के एक और रुकन ने कोविड के दौरान बंद होने वाली ट्रेनों की सर्विस को बहाल करने की जरूरत बताई। एआईएमआईएम के इमतियाज जलील ने वकफा सिफर के दौरान दावा किया है कि मुल्क में उर्दू को नजरअंदाज किया जा रहा है। उर्दू स्कूल बंद किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी इश्तिहारात की अदम दस्तयाबी की वजह से उर्दू अखबारात बंद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि उर्दू जबान को मजहब की नजर से ना देखा जाये और हुकूमत को इस की तरक़्की पर तवज्जा देनी चाहिए।
शिवसेना के श्री रंगाप्पा ने मुतालिबा किया कि केंद्रीय विद्यालयों में मेंबरान असेंबली कोटा 10 से बढ़ाया जाए। कांग्रेस के रामिया हरी दास ने कहा कि कोविड के मुआमलात में कमी के साथ तमाम इलाकों में हालात मामूल पर आ रहे हैं, लेकिन तमाम मुसाफिर ट्रेनें जो वबाई अमराज के दौरान पाबंदियों की वजह से बंद कर दी गई थीं, अभी तक बहाल नहीं की गई हैं जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने तमाम ट्रेनों को फौरी तौर पर दुबारा चलाने और तमाम स्टेशनों पर उनके स्टापेज का मुतालिबा किया। बीजू जनता दल के अनूभव मोहंती ने ख़्वाजा-सराओं के लिए अवामी मुकामात पर अलहदा बैत उल खुला की तामीर की जरूरत पर जोर दिया।