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बदकिस्मत मां, जो अपनी दूध पीती बच्ची को दूध •ाी ना पिला सकी

गजा : आईएनएस, इंडिया 

गजा की पट्टी में गुजिशता कई दिनों से इसराईल की तरफ से बरपा की गई कयामत के नतीजे में हर तरफ अलमीया और तबाही की दास्तानें बिखरी हुई हैं। मुसलसल होने वाली वहशियाना बमबारी के नतीजे में बड़ी तादाद में खवातीन और बच्चे मारे जा रहे हैं। गजा में तबाही के मुनाजिर पर मुश्तमिल वीडीयोज सोशल मीडीया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। इन अलमनाक मुनाजिर में एक वीडीयो में एक ऐसी मां को देखा जा सकता है, जिसने गजा के एक हस्पताल में बमबारी में अपने दो बच्चों को खो दिया। मां अपने बड़े बेटे के जसद-ए-खाकी के साथ दिखाई दे रही है। रोते हुए वह उसे गले से लगा रही है। उसके बाद वो अपनी छोटी बेटी की लाश की तरफ बढ़ती है। उसका ख़्याल था कि बच्ची जिंदा है। वो उसे दूध पिलाने के लिए आगे बढ़ती है और उसे बेदार करने की कोशिश करती है, मगर वो हमेशा के लिए सो चुकी थी। जब उसे अंदाजा हुआ कि बच्ची •ाी शहीद हो चुकी है, तो वो सदमे से निढाल हो गई। उसकी जबान से एक ही बात जारी थी 'मेरी बच्ची को उठाओ। थोड़ी देर बाद अस्पताल इंतेजामिया दोनों बच्चों की नन्हें शहीदों के जसद-ए-खाकी को तदफीन के लिए वहां से मुंतकिल कर देता है। गजा में वजारत-ए-सेहत ने गुजिश्ता पीर को 7 अक्तूबर से जारी इसराईली बमबारी से तकरीबन 2750 अफराद की शहादत का ऐलान किया है।

गजा के हस्पताल पर बमबारी देखकर दहशतजदा हूं : मलाला

Malala Yusufzai

न्यूयार्क :
नोबेल ईनामयाफ़्ता पाकिस्तानी मलाली यूसुफजई ने गजा के अल आहली हस्पताल पर इसराईली बमबारी के नतीजे में हुई सैंकड़ों मौत पर दुख और अफसोस का इजहार करते हुए उसकी मजम्मत की है। मलाला ने सोशल मीडिया पर अपने पैगाम में लिखा, मैं गजा में अलाहली हस्पताल पर बमबारी देखकर दहशतजदा हूँ और इसकी वाजेह अलफाज में मजम्मत करती हूँ। मैं इसराईली हुकूमत पर जोर देती हूँ कि वो गजा में इन्सानी इमदाद की इजाजत दे और जंग बंदी के मुतालिबे का इआदा करे।

बालीवुड अदाकारा सोनम कपूर का छलका दर्द

कहा, बच्चों का तहफ़्फुज अखलाकी जिÞम्मेदारी 

Sonam Kapur

नई दिल्ली :
बालीवुड अदाकारा सोनम कपूर ने इसराईल और हम्मास के बीच जारी जंग पर अपना रद्द-ए-अमल जाहिर किया है, जिसमें कई बेगुनाह लोगों की जानें तलफ हो गई हैं और आलमी मईशत (राष्टÑीय अर्थव्यवस्था) को बड़ा धचका लगा है। इंस्टाग्राम स्टोरी पर सोनम ने लिखा कि गजा की आधी आबादी बच्चों पर मुश्तमिल है। अगर हम इसराईली बच्चों की हिफाजत को अपनी अखलाकी जिÞम्मेदारी समझते हैं तो फलस्तीनी बच्चों की हिफाजत •ाी हमारी अखलाकी जिÞम्मेदारी है। दोनों तरफ के बच्चों की जिंदगी यकसाँ मअनी रखती है। अगर आप इसराईल या गजा में से किसी एक के शहरीयों की जिंदगीयों की परवाह करते हैं, तो आपको हकीकत में इन्सानी जिंदगी की कोई परवाह नहीं है। सोनम कपूर ने इस से पहले इसराईल-हम्मास तनाजा (विवाद) पर इससे पहले की गई पोस्ट में लिखा था, मेरी हमदर्दी उन लोगों के साथ हैं जो इस नाहक सानेह (घटना) का शिकार हुए हैं। इस झगड़े में आए रोज बेगुनाह लोग मारे जा रहे हैं, जिनमें ज्यादातर बच्चे हैं। 

शुहदा की तादाद 4 हजार से मुतजाविज

फलस्तीनी वजारत-ए-सेहत (स्वास्थ्य मंत्रालय) के हुक्काम का कहना है कि गजा में इसराईल की जानिब से जारी बमबारी से मरने वालों की तादाद 4 हजार से तजावुज कर गई है। गैर मुल्की मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक वजारत-ए-सेहत के तर्जुमान डाक्टर अशरफ कुदरा ने गुजिश्ता रोज पे्रस कान्फें्रस में बताया कि जुमेरात की शब यूनानी आथोर्डोक्स चर्च पर होने वाले हमले के बाद हलाकतों की तादाद 4 हजार 137 हो गई है, 13 हजार से जाइद अफराद जखमी हैं जबकि 1 हजार से जाइद अफराद लापता हैं। 
    उन्होंने बताया कि यूनानी आर्थोर्डोक्स चर्च पर होने वाले इसराईली हमलों में हलाक होने वालों में16 फलस्तीनी मसीही •ाी शामिल हैं। डाक्टर अशरफ का ये •ाी कहना है कि गजा पट्टी के 7 अस्पताल इसराईली हमलों के सबब मुकम्मल तौर पर बंद हो गए हैं। मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक 7 अक्तूबर से शुरू होने वाली कशीदगी के दौरान अब तक हम्मास की जानिब से किए गए हमलों के नतीजे में1400 से जाइद इसराईली हलाक हो चुके हैं।



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