17 जिल हज्ज, 1444 हिजरी
जुमेरात, 6 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘अपने भाई से मुस्कुरा कर मिलना तुम्हारे लिए सदका है, और नेकी की दावत देना और बुराई से रोकना भी सदका है।’
- तिरमिजी
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नई दिल्ली : आईएनएस, इंडियाभोपाल में एक प्रोग्राम के दौरान पीएम मोदी ने यूनीफार्म सिविल कोड (यूसीसी) को लेकर अपोजीशन पर हमला बोला। जिसके बाद मुल्क की सियासत में एक बार फिर यूसीसी को लेकर बहस शुरू हो गई है। उसी बीच, आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने इस मसले पर बातचीत के लिए गुजिश्ता रोज एक हंगामी मीटिंग बुलाई जिसमें यूनीफार्म सिविल कोड के कानूनी पहलुओं पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया।
मीटिंग में बोर्ड ने यूनीफार्म सिविल कोड की मुखालिफत करने का फैसला लिया। मीटिंग में बोर्ड के सदर सैफ उल्लाह रहमानी, मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली, इस्लामिक सेंटर आफ इंडिया के चेयरमैन, पर्सनल ला बोर्ड के दीगर अराकीन और वुकला मौजूद थे। बता दें कि ये मीटिंग आॅनलाइन हुई थी। मीटिंग में फैसला किया गया कि एआईएमपीएलबी ला कमीशन के सामने यूसीसी पर अपना मौकिफ पेश करेंगे और यूसीसी की मुखालिफत करेंगे। दस्तावेजात भी पेश करेंगे। इसके इलावा ये भी फैसला किया गया कि यूनीफार्म सिविल कोड के हवाले से एक मुसव्वदा तैयार किया जाएगा। इसके साथ बोर्ड से वाबस्ता लोग ला कमीशन के चेयरमैन से मुलाकात करेंगे और अपना मुसव्वदा पेश करेंगे।
मीटिंग में वजीर-ए-आजम नरेंद्र मोदी के बयान का भी जिÞक्र किया गया। यूनीफार्म सिविल कोड की पुरजोर वकालत करते हुए पीएम ने सवाल किया कि दोहरे निजाम के साथ मुल्क कैसे चलेगा, और कहा कि इस हस्सास मुआमले पर मुस्लमानों को उकसाया जा रहा है। पार्टी कारकुनान के एक इजतिमा से खिताब करते हुए पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने फैसला किया है कि वो खुशामद करने और वोट बैंक की सियासत के बजाय इतमीनान के रास्ते पर चलेगी। पीएम मोदी ने कहा था कि अपोजीशन यूनीफार्म सिविल कोड के मुआमले को मुस्लिम कम्यूनिटी को गुमराह करने और उकसाने के लिए इस्तिमाल कर रही है।