22 जिल हज्ज, 1444 हिजरी
मंगल, 11 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘जिसने किसी मुसलमान की पर्दापोशी की, अल्लाह ताअला दुनिया व आखिरत में उसकी पर्दापोशी करेगा।’
- सहीह मुस्लिम
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बगदाद : आईएनएस, इंडिया जुमेरात को इराक की सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल ने स्वीडन में गुजिशता हफ़्ते कुरान-ए-पाक के औराक नजर-ए-आतिश करने के घिनौने जुर्म में मुलव्वस गुस्ताख के खिलाफ गिरफ़्तारी वारंट जारी किया है। इराक में सुप्रीम ज्यूडिशियल काउंसिल की तरफ से जारी एक मेमोरेंडम में वजारत-ए-दाखिला को मुखातिब करते हुए कहा गया है अरब और बैन-उल-अकवामी पुलिस डायरेक्टोरेट को मुल्जिम सलवान सबाह मोमीका की गिरफ़्तारी के वारंट के बारे में आगाह करते हुए उसे फौरी गिरफ़्तार किया जाए। मुल्जिम इराकी पैनलकोड के आर्टीकल (1) की दफआत के तहत इराकी अदलिया को आलमी इदारे इश्तिहारी मुल्जिम को पकड़ने और उसे इराक के हावले करने में मदद करने की उम्मीद है। मेमोरेंडम में हुक्काम से मुतालिबा किया गया कि वो मुल्जिम की गिरफ़्तारी की सूरत में इराकी अदलिया को मतला (सूचित) करें ताकि उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की जा सके।
इराक ने स्वीडन से कहा था कि ईद-उल-अजहा के पहले दिन स्टाक होम की सबसे बड़ी मस्जिद के सामने कुरान-ए-पाक को जलाने वाले गुस्ताख को मुकामी कानून के मुताबिक मुकद्दमा चलाने के लिए उसके हवाले किया जाए। इराकी वजारत-ए-खारजा के तर्जुमान अहमद अल सहाफी ने कहा कि कुरान-ए-पाक की तौहीन करने वाला इराकी है इसलिए हम स्वीडिश हुक्काम से मुतालिबा करते हैं कि उसे इराकी हुकूमत के हवाले किया जाए ताकि उस पर इराकी कानून के मुताबिक मुकद्दमा चलाया जा सके।