12 जिल हज्ज, 1444 हिजरी
सनीचर, 1 जुलाई, 2023
अकवाले जरीं‘कुर्बानी के दिन अल्लाह ताअला के नजदीक कुर्बानी करने से ज्यादा कोई अमल प्यारा नहीं।’
- तिरमिजी शरीफ
-------------------------------------------------
कर्नाटक में लव जिहाद का उतर गया भूत
बैंगलौर : आईएनएस, इंडियाकर्नाटक की कांग्रेस हुकूमत पेश रू बीजेपी हुकूमत के जरीया उठाए गए कई मुतनाजा इकदाम (विवादित मामलों) की इस्लाह (संशोधन) करने की कोशिशों में मसरूफ है। उसी अमल में सदा रमिया काबीना ने कर्नाटक में लव जिहाद कानून यानी जबरन मजहब तबदीली कानून को वापिस लेने का फैसला लिया। इतना ही नहीं, जुमेरात के रोज कर्नाटक काबीना ने स्कूली किताबों में भी कई तबदीलीयां करने को मंजूरी दे दी है। इसके तहत बीजेपी हुकूमत में जिन चैप्टर को किताबों में शामिल किया गया था, उन्हें हटाया जाएगा। हुकूमत ने स्कूलों में आईन की तमहीद को पढ़ना भी लाजिÞमी बना दिया है। मीडीया रिपोर्टस के मुताबिक कर्नाटक की स्कूली किताबों में तबदीली को लेकर कई दिनों से तबादला-ए-ख़्याल हो रहा था। किताबों में होने वाली तबदीली की जानकारी मिलने के बाद से ही बीजेपी रियास्ती हुकूमत पर हमला-आवर थी। हालाँकि जुमेरात को सदा रामिया हुकूमत ने ये हतमी (अंतिम) फैसला सुनाया कि किताबों में जरूरी तबदीलीयां की जाएँगी।
इस तबदीली को लेकर कांग्रेस हुकूमत ने पाँच रुकनी कमेटी बनाई है। किताबों से जहां हेडगेवार और सावरकर को हटाया जाएगा, वहीं नेहरू और अंबेडकर की ऐन्ट्री होगी। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक छठी क्लास से लेकर दसवीं क्लास तक के सोशल साईंस की किताबों में कुछ अबवाब (पाठ, चेप्टर) तबदील किए जाएंगे। आरएसएस बानी (संस्थापक) हेडगेवार से जुड़ा मजमून हटाया जाएगा और सावरकर से जुड़े सभी हिस्सों को भी हजफ किया जाएगा। इसके अलावा राइट विंग लीडर चक्रवर्ती के जरीया लिखे गए बाब को भी हटाने का फैसला लिया गया है। ये भी जानकारी मिली है कि सावित्री बाई फूले को स्कूली किताब में जगह दी जाएगी और साथ ही मुल्क के पहले वजीर-ए-आजम जवाहर लाल नेहरू की चिट्ठी से लेकर इंदिरा गांधी तक को शामिल किया जाएगा।