11 जिल हज्ज 1444 हिजरी
जुमा, 30 जून 2023
अकवाले जरीं‘कुर्बानी का खून जमीन पर गिरने से पहले ही अल्लाह ताअला के यहां कबूल हो जाता है, इसलिए इसे खुशदिली से करो।’
- तिरमिजी शरीफ
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बारिश को देखते हुए मस्जिद में अदा की गई नमाजट्रेफिक इंतेजाम को बनाए रखने में पुलिस महकमे ने निभाया नुमाया किरदार
नई तहरीक : खैरागढ़ खैरागढ़ मुस्लिम मआशरे ने खुदा से बेइंतेहा मोहब्बत और कुर्बानी की अलामत ईद-ए-अदहा पर नमाज-ए-ईद अदा कर मुल्क व रियासत की खुशहाली के लिए दुआएं की। नमाज के बाद साहिबे इस्तेताअत अफराद ने कुर्बानी पेश की और एक-दूसरे को मुबारकबाद दी। ईद को लेकर बच्चों में खासा जोश देखा गया। गुजिश्ता कुछ दिनों से जारी बारिश के सिलसिले को देखते हुए सुबह 8 बजे ईदगाह की बजाय जामा मस्जिद में नमाज अदा की गई। नमाज से कब्ल पेश इमाम मोहम्मद फखरुद्दीन रिजवी ने कौम से खिताब किया। कुर्बानी की अहमियत पर रोशनी डालते हुए उन्होंने नौजवानों से इल्मे दीन हासिल करने और उस पर अमल करने की जरूरत पर जोर दिया। खुत्बा और सलात-ओ-सलाम के बाद पेश ईमाम मोहम्मद फखरुद्दीन रिजवी ने मुल्क-ओ-मिल्लत और रियासत की फलाह व बहबूद, तरक्की, आपसी भाईचारा और हम-आहंगी के लिए खुसूसी तौर पर दुआएं की। गौरतलब है कि ईद-ए-अदहा खुदा से मोहब्बत और अल्लाह की राह पर कुर्बानी के जज्बे के साथ हर मनाई जाती है। इस उसूल के साथ कि अल्लाह एक है, पैगंबर हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम ने अल्लाह की इबादत में अपना सबकुछ कुर्बान कर देने के जज्बे व अकीदत के साथ कुर्बानी का मुजाहिरा किया था। ईद-ए-अदहा हजरत इब्राहिम अलैहिस्सलाम के अल्लाह से मोहब्बत के उसी जज्बे की याद में मनाई जाती है।
नमाज के बाद मआशरे के लोगों ने कब्रिस्तान जाकर अपने मरहूमीन के इसाले सवाब के लिये फातिहा पढ़ी। जामा मस्जिद काम्प्लेक्स में नमाज के दौरान इंतेजामात बनाए रखने में पुलिस महकमे ने नुमायां किरदार अदा किया। इस मौके पर हाफिज मोहिब्बुल हक, हाफिज सराफत हुसैन, साबिक सदर व नपा के नायब सदर अब्दुल रज्जाक खान, जामा मस्जिद के सदर अरशद हुसैन, हाजी असगर अली, हाजी उस्मान खान, हाजी नासीर मेमन, हाजी रिजवान मेमन, हाजी तनवीर मेमन, इकरा फाउंडेशन के सदर खलील कुरैशी, मोहम्मद याहिया नियाजी, हाजी ईमरान मेमन, खजांची इदरीश खान, नायब सदर जफर हुसैन खान, सेके्रटरी अल्ताफ अली, कय्यूम कुरैशी, लुकमान अली, हबीब अशरफी, इनायत रसूल, शम्सुल हुदा खान, जफर उल्लाह खान, मोइन खान, याकूब खान, जुनैद खान, समीर कुरैशी, रियाजुद्दीन कादरी, शौकत अली, नदीम मेमन, कदीर कुरैशी, कलीम अशरफी, सगीर कुरैशी, माजिद अली, जाकिर हुसैन, आरिफ खान, अय्यूब खान, अय्यूब सोलंकी, जमीर कुरैशी, इरफान मेमन, तजम्मुल अली, मकसूद अहमद, रफीक सरधारिया, रियाज अशरफी, मतीन अशरफ, उबैद खान, शादाब खान, सादिक मोतीवाला, सुहैल असरफी, जमीर खान, जफर खान, आदिल अमान, तारिक अमान, इम्तियाज हुसैन, सोहेल अशरफ, जुबैर बेग, गुलाम मुस्तफा, जमील मेमन, याकूब सोलंकी, अजीम मेमन, ईमरान अशरफी, वसीम अहमद, वसीम मेमन, सलीम मेमन, सुलेमान खान समेत बड़ी तादाद में लोग मौजूद थे।