13 जीअकादा 1444 हिजरी
सनीचर, 3 जून 2023
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अकवाले जरीं
जब तीन लोग सफर पर रवाना हों तो वो अपने में से किसी एक को अपना अमीर बना ले।
मदीना मुनव्वरा में नई इलेक्ट्रिक बस सर्विस का आगाज किया गया है जो अवामी नकल-ओ-हमल के दोस्ताना तरीकों से मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के जाइरीन और रिहायशियों को खिदमात फराहम करेगी।
सऊदी पे्रस एजेंसी के मुताबिक मदीना रीजन के गवर्नर और डेवलपमेंट अथार्टी के चेयरमैन, शहजादा फैसल बिन सलमान ने इलेक्ट्रिक बस सर्विसिज का इफ़्तिताह (उदघाटन) किया जो माहौलियात (पर्यावरण) के जदीद मॉडल्ज में से एक है। नई इलेक्ट्रिक सर्विस, मदीना बस सर्विस में शामिल करके मदीना के रिहायशियों और जाइरीन की आसानी के लिए 4 अहम रास्तों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने का मन्सूबा है। ये सर्विस नेटवर्क मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के पास से गुजरते हुए शहर के शुमाल (उत्तर) को जुनूब (दक्षिण) के साथ-साथ शहर के मशरिक (पूर्व) और मगरिब (पश्चिम) को आपस में मुंसलिक करेगी। इलेक्ट्रिक बस, उसकी आला आॅपरेशनल कारकर्दगी की वजह से नुमायां है। ये एक बार चार्ज करने के बाद अपने मखसूस ट्रैक के जरीये 250 किलोमीटर का फासिला तय कर सकती है। ये बस सर्विस शहजादा मुहम्मद बिन अब्दुल अजीज बैन-उल-अकवामी हवाई अड्डे को कम से कम वक़्त में मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम से मिलाएगी, जिसकी कल लंबाई 38 किलोमीटर है।
ये सर्विस रोजाना 18 घंटे के दौरान 16 से ज्यादा दौरा करेगी। इलेक्ट्रिक बस में जदीद एयर कंडीशनिंग सिस्टम, ट्रिप की तफसीलात दिखाने वाली डिस्प्ले स्क्रीन्ज, और खुसूसी जरूरीयात वाले लोगों की खिदमत के लिए मखसूस नशिस्तें शामिल हैं। इलेक्ट्रिक बस का इजरा कौमी हिक्मत-ए-अमली बराए ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स के तहत आता है, जिसका मकसद नकल-ओ-हमल की सरगर्मियों और खिदमात में जदीद तरीकों और टेक्नोलोजीज को अपनाना और कार्बन के इखराज (उत्सर्जन) को 25 फीसद तक कम करना है। ये हिक्मत-ए-अमली 2030 तक मुल्क में अवामी नकल-ओ-हमल के इस्तिमाल को 15 फीसद तक बढ़ाने और ट्रांसपोर्ट के माहौल दोस्त तरीकों के जरीये मर्कजी शहरों में मेयार-ए-जिÞंदगी को बुलंद करने के सिलसिले में भी अहम किरदार अदा करेगी।
जब तीन लोग सफर पर रवाना हों तो वो अपने में से किसी एक को अपना अमीर बना ले।
- अबु दाऊद
रियाद : आईएनएस, इंडिया मदीना मुनव्वरा में नई इलेक्ट्रिक बस सर्विस का आगाज किया गया है जो अवामी नकल-ओ-हमल के दोस्ताना तरीकों से मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के जाइरीन और रिहायशियों को खिदमात फराहम करेगी।
सऊदी पे्रस एजेंसी के मुताबिक मदीना रीजन के गवर्नर और डेवलपमेंट अथार्टी के चेयरमैन, शहजादा फैसल बिन सलमान ने इलेक्ट्रिक बस सर्विसिज का इफ़्तिताह (उदघाटन) किया जो माहौलियात (पर्यावरण) के जदीद मॉडल्ज में से एक है। नई इलेक्ट्रिक सर्विस, मदीना बस सर्विस में शामिल करके मदीना के रिहायशियों और जाइरीन की आसानी के लिए 4 अहम रास्तों पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट चलाने का मन्सूबा है। ये सर्विस नेटवर्क मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के पास से गुजरते हुए शहर के शुमाल (उत्तर) को जुनूब (दक्षिण) के साथ-साथ शहर के मशरिक (पूर्व) और मगरिब (पश्चिम) को आपस में मुंसलिक करेगी। इलेक्ट्रिक बस, उसकी आला आॅपरेशनल कारकर्दगी की वजह से नुमायां है। ये एक बार चार्ज करने के बाद अपने मखसूस ट्रैक के जरीये 250 किलोमीटर का फासिला तय कर सकती है। ये बस सर्विस शहजादा मुहम्मद बिन अब्दुल अजीज बैन-उल-अकवामी हवाई अड्डे को कम से कम वक़्त में मस्जिद नबवी सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम से मिलाएगी, जिसकी कल लंबाई 38 किलोमीटर है।
ये सर्विस रोजाना 18 घंटे के दौरान 16 से ज्यादा दौरा करेगी। इलेक्ट्रिक बस में जदीद एयर कंडीशनिंग सिस्टम, ट्रिप की तफसीलात दिखाने वाली डिस्प्ले स्क्रीन्ज, और खुसूसी जरूरीयात वाले लोगों की खिदमत के लिए मखसूस नशिस्तें शामिल हैं। इलेक्ट्रिक बस का इजरा कौमी हिक्मत-ए-अमली बराए ट्रांसपोर्ट एंड लॉजिस्टिक्स के तहत आता है, जिसका मकसद नकल-ओ-हमल की सरगर्मियों और खिदमात में जदीद तरीकों और टेक्नोलोजीज को अपनाना और कार्बन के इखराज (उत्सर्जन) को 25 फीसद तक कम करना है। ये हिक्मत-ए-अमली 2030 तक मुल्क में अवामी नकल-ओ-हमल के इस्तिमाल को 15 फीसद तक बढ़ाने और ट्रांसपोर्ट के माहौल दोस्त तरीकों के जरीये मर्कजी शहरों में मेयार-ए-जिÞंदगी को बुलंद करने के सिलसिले में भी अहम किरदार अदा करेगी।